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COVID-19: कोरोना की जंग में WHO ने की भारत की तारीफ, कहा- पोलियो की तरह कर सकते कंट्रोल

देश में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामले के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने भारत द्वारा जारी प्रयासों की सराहना की है. डब्लूएचओ ने कहा है कि कोरोना वायरस के प्रसार पर रोक लगाने के लिए भारत को अपनी आक्रामक कार्रवाई जारी रखनी चाहिए.

By Utpal Kant | March 24, 2020 7:44 AM
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देश में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामले के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने भारत द्वारा जारी प्रयासों की सराहना की है. डब्लूएचओ ने कहा है कि कोरोना वायरस के प्रसार पर रोक लगाने के लिए भारत को अपनी आक्रामक कार्रवाई जारी रखनी चाहिए. बता दें कि भारत में कोरोना के करीब 500 मामले सामने आए हैं और इसके प्रसार को रोकने के लिए देश के कई राज्यों में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है. भारत में अब तक इस घातक वायरस के कारण नौ मौत जर्ज हुई है. डब्लूएचओ के कार्यकारी निदेशक डॉक्टर माइकल जे रेयान ने कहा कि चीन की तरह भारत बहुत बड़ी जनसंख्या वाला देश है और इसके दूरगामी परिणाम इस बात पर निर्भर करेंगे कि बड़ी जनसंख्या वाले देश इसे लेकर क्या कदम उठाते हैं. यह बहुत जरूरी है कि भारत जन स्वास्थ्य के स्तर पर आक्रामक फैसले लेना जारी रखे. उन्होंने कोरोना के मामले में भारत से उम्मीद भी जताई और कहा, भारत ने स्मॉल पॉक्स और पोलियो के उन्मूलन में दुनिया का नेतृत्व किया. भारत में जबरदस्त क्षमता है, सभी देशों में जबरदस्त क्षमता है, जब समुदायों और नागरिक समाजों को जुटाया जाता है.

बदलते वक्त के साथ कोरोना पकड़ता है रफ्तार

विश्व स्वास्थ्य संगठन (who) ने सोमवार को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी कि कोविड-19 महामारी के प्रसार में तेजी आ रही है. हालांकि अभी भी इसकी ट्रेजेक्टरी (बढ़ने की रफ्तार) को बदलना संभव है.. डब्लूएचओ के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने न्यूज ब्रीफिंग में कहा कि कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आने के बाद उसका आंकड़ा एक लाख तक पहुंचने में 67 दिन लगे. जबकि एक लाख से बढ़कर दो लाख पहुंचने में 11 दिन और दो लाख से तीन लाख तक पहुंचने में सिर्फ चार दिन लगे. लेकिन हम असहाय नहीं हैं. हम अभी भी इस महामारी के बढ़ने की रफ्तार काबू कर सकते हैं. बता दें कि दुनियाभर में 15000 से अधिक लोगों की जान ले चुके कोरोनावायरस से दुनिया के 180 से अधिक देश परेशान हैं.

महामारी का रूप ले चुके इस वायरस से साढ़े तीन लाख से अधिक लोग संक्रमित पाए गए हैं. वहीं भारत में फिलहाल स्थिति उतनी भयावह नहीं हुई है और भारत सरकार इसपर नियंत्रण के लिए लगातार ठोस कदम उठा रही है. चीन से शुरू हुए इस वायरस ने यूरोप में कहर बरपा रखा है है. चीन के बाद इटली में सबसे ज्यादा करीब 6000 मौतों हुई हैं. अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन जैसे शक्तिशाली देश भी इस कोरोना के खिलाफ असहाय नजर आ रहे हैं. अमेरिका में भी 400 से ज्यादा लोग मौत के मुंह में समा चुके हैं. मौत का यह आंकड़ा हर देश में तेजी से बढ़ रहा है.

पूरी दुनिया में हो सीजफायरः

दूसरी ओर, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कोरोना की भयावहता देखते हुए पूरी दुनिया से वैश्विक शांति को लेकर आह्वान किया. उन्होंने कहा, ‘मैं दुनिया के सभी कोनों में तत्काल वैश्विक युद्ध विराम का आह्वान कर रहा हूं. यह लॉकडाउन पर सशस्त्र संघर्ष और हमारे जीवन की सच्ची लड़ाई पर एक साथ ध्यान केंद्रित करने, शत्रुता से पीछे छोड़ने और अविश्वास तथा दुश्मनी को दूर करने का समय है.

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