लाइव अपडेट
शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक घरों से बाहर निकलने पर पाबंदी
लॉकडाउन में जारी गाइडलाइन के अनुसार आवश्यक सेवाओं से इतर, अन्य सभी लोगों के लिए शाम सात बजे से सुबह सात बजे के बीच देश भर में घरों से बाहर निकलने पर पाबंदी होगी.
सभी सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक कार्यक्रम बंद
सभी सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक कार्यक्रम, प्रार्थना/धार्मिक स्थल लॉकडाउन विस्तार की अवधि में 31 मई तक बंद रहेंगे. कोविड-19 लॉकडाउन 4.0 के दौरान राज्यों की परस्पर सहमति से अंतरराज्यीय यात्री वाहनों, बस सेवाओं की आवाजाही को अनुमति दी जा सकती है. इसके अलावा राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को अपने-अपने यहां कोरोना वायरस संक्रमण के हालात को देखते हुए रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन बनाने का अधिकार दे दिया गया है.
जानें क्या रहेंगे बंद, किसको खोलने की मिली अनुमति
सभी सिनेमा हॉल, शॉपिंग मॉल, व्यायामशाला, स्विमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, थिएटर, बार और ऑडिटोरियम, असेंबली हॉल और इसी तरह के स्थान 31 मई तक पूरे देश में बंद रहेंगे. गृह मंत्रालय ने बताया कि खेल परिसरों और स्टेडियमों को खोलने की अनुमति दी जाएगी, हालांकि, दर्शकों को अनुमति नहीं दी जाएगी. चिकित्सा में सहयोग करने वाले होटल के अलावा सभी होटल और रेस्तरां बंद रहेंगे. हालांकि होम डिलिवरी की सुविधा दी जा सकती है. सभी सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम प्रतिबंधित रहेंगे. ज्यादा लोगों का इकट्ठा होना कानून का उल्लंघन होगा. धार्मिक स्थल भी बंद रहेंगे.
लॉकडाउन 4.0 में बंद रहेगी मेट्रो और रेल सेवा, स्कूल, कॉलेज भी बंद
लॉकडाउन 4.0 में भी मेट्रो और रेल सेवा बंद रहेगी. सामान्य हवाई सेवा भी नहीं संचालित होगी. घरेलू हवाई एंबुलेंस को छोड़कर सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों पर 31 मई तक रोक बरकरार रहेगी. स्कूल, कॉलेज और कोचिंग भी बंद रहेंगी.
लॉकडाउन 4.0 को लेकर दिशा-निर्देश जारी
गृह मंत्रालय ने भारत सरकार के मंत्रालयों / विभागों, राज्य सरकारों / केंद्र शासित प्रदेशों और राज्य / केंद्रशासित प्रदेशों के अंतर्गत प्रशासन के लिए COVID19 के नियंत्रण के लिए उपायों पर दिशा-निर्देश जारी किया है.
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राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने लॉकडाउन 31 मई 2020 तक जारी रखने का निर्देश दिया
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने भारत सरकार के मंत्रालयों / विभागों, राज्य सरकारों और राज्य प्राधिकरणों को लॉकडाउन 31 मई 2020 तक जारी रखने का निर्देश दिया है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने COVID19 के प्रसार को रोकने के साथ-साथ आर्थिक गतिविधियों को खोलने की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए दिशानिर्देशों में संशोधन जारी करने के लिए राष्ट्रीय कार्यकारी समिति (NEC) को भी निर्देश दिया है.
31 मई तक देशभर में बढ़ाया गया लॉकडाउन
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए केंद्र सरकार ने लॉकडाउन को बढ़ाकर 31 मई कर दिया है. आज रात 9 बजे केंद्रीय कैबिनेट सेक्रेटरी राजीव गौबा राज्यों के मुख्य सचिवों से बात करेंगे.
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कर्नाटक ने दो दिनों के लिए बढ़ाया लॉकडाउन
कर्नाटक सरकार राज्य में 2 दिनों के लिए लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला लिया है. यानि 19 मई की मध्यरात्रि तक लॉकडाउन जारी रहेगा. अब लॉकडाउन 19 मई की आधी रात या अगले आदेश तक जारी रहेगा।
पूरे देश में 31 मई तक बढ़ाया गया लॉकडाउन ?
केंद्र सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन 31 मई तक बढ़ाने का फैसला ले लिया है, हालांकि अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं की गयी है. इससे पहले पंजाब, महाराष्ट्र, तमिलनाडु सरकार ने पहले ही लॉकडाउन 31 मई तक बढ़ा दिया है.
पंजाब, महाराष्ट्र के बाद तमिलनाडु ने भी बढ़ाया लॉकडाउन
देश में जारी लॉकडाउन 3.0 की अवधि आज खत्म होने वाली है. लॉकडाउन 4.0 की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने राष्ट्र के नाम संबोधन में कर दिया था, लेकिन उस दिन यह घोषणा नहीं किया था कि कब तक और कैसा होगा लॉकडाउन 4.0. इधर इसकी घोषणा के पहले ही पंजाब, महाराष्ट्र और तमिलनाडु सरकार ने लॉकडाउन को बढ़ाकर 31 मई कर दिया है.
बिहार, झारखंड सहित कई राज्यों ने लॉकडाउन जारी रखने को कहा था
'भाषा' के मुताबिक, बिहार, झारखंड और ओडिशा में हाल में प्रवासी मजदूरों की वापसी के बाद कोविड-19 के मामलों में तेजी आई है और वे चाहते हैं कि बंद जारी रहे और लोगों की आवाजाही पर सख्ती हो. सभी सीएम के साथ हाल में वीडियो कांफ्रेसिंग के बाद पीएम ने मुख्यमंत्रियों से राय मांगी थी कि आगे का रोडमैप कैसा होना चाहिए. सरकारी सूत्रों के अनुसार अधिकतर राज्यों ने भी प्रधानमंत्री से कहा है कि 17 मई के बाद भी लॉकडाउन जारी रहे.
ग्रीन जोन में पूरी तरह छूट!
भाषा के मुताबिक, केंद्र सरकार में बंद में छूट को लेकर चल रही बातचीत की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने कहा कि लॉकडाउन-4 में पहले के चरणों की अपेक्षा लोगों को ज्यादा छूट मिलेगी और इस दौरान ग्रीन जोन को पूरी तरह खोल दिया जाएगा, ऑरेंज जोन में बेहद कम बंदिश होगी जबकि रेड जोन के निषिद्ध क्षेत्रों में ही सख्त पाबंदियां होंगी. अंतिम दिशानिर्देश हालांकि राज्य सरकारों से मिले परामर्श का अध्ययन करने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी किये जाएंगे.
बंदिशें कम, रियायत ज्यादा मिलने के आसार
पीएम मोदी देश के नाम संबोधन में संकेत दे चुके हैं कि 18 मई से लॉकडाउन के चौथे चरण में बहुत सारी रियायत मिल सकती हैं. सूत्रों के अनुसार अब आने वाले दिनों में सीमित रूप से रेल और हवाई सेवाओं के अलावा शहरों के अंदर आवाजाही को भी शुरू करने की दिशा में पहल की जाएगी. चौथा चरण 31 मई तक जारी रह सकता है. जरूरी सभी सेवाओं के दुकानों को खोलने की अनुमति मिल सकती है, जिनमें सैलून भी शामिल होंगे. लोकल ऑटो,टैक्सी की सर्शत आवाजाही शुरू हो सकती है. राज्यों की सीमाएं बंद रखने का फैसला हो सकता है. सभी कारखानों में एक तिहाई कर्मचारियों से तीन शिफ्टों में काम शुरू हो सकता है. राज्य व जिला प्रशासन कि वे कहां अधिक बंदिश रखें और कहां रियायत दें.
महाराष्ट्र में 31 तक बढ़ा लॉकडाउन
महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में लॉकडाउन की अवधि 31 मई तक बढ़ा दी है. राज्य सरकार ने इस बाबत 17 मई को आदेश जारी किए हैं. बता दें केंद्र सरकार द्वारा आपदा कानून 2005 के तहत 17 मई तक के लिए लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई गई थी जिसकी मियाद आज खत्म हो रही है. एक आदेश में राज्य सरकार ने कहा कि है रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन के नियम पहले जैसे ही लागू रहेंगे. राज्य सरकार ने एपेडमिक डिजीज एक्ट 1897, आपदा प्रबंधन कानून 2005 के तहत यह लॉकडाउन बढ़ाया है. इससे पहले पंजाब सरकार ने भी शर्तों के साथ लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ा दिया है.
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झारखंड की नजरें केंद्र पर
झारखंड में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के बीच सीएम हेमंत सोरेन ने दो टूक कहा है कि अभी किसी भी स्तर पर रियायतें नहीं दी जाएंगी. हालांकि उन्होंने लॉकडाउन 4 के लिए केंद्र के दिशानिर्देश के साथ आगे बढ़ने की बात कही है. ऐसा माना जा रहा है कि लॉकडाउन-4 में ग्रीन जोन को पूरी तरह खोला जा सकता है. जबकि ऑरेंज और रेड जोन में पाबंदियां थोड़ी कम रहेंगी. कुछ क्षेत्रों की बंदिशें आंशिक और पूर्ण रूप से खत्म की जा सकती हैं.
देश के 30 शहरों को राहत नहीं, जारी रह सकती है सख्ती
कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लॉकडाउन-4 में देश के 30 शहरों अथवा नगरपालिका क्षेत्रों में कोई राहत मिलने के आसार नहीं हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने सरकार को सुझाव दिया है कि मुंबई, दिल्ली और कोलकाता जैसे 30 बड़े शहरों में लॉकडाउन 4.0 के दौरान अधिकतम प्रतिबंध होने चाहिए. दरअसल, भारत के कोरोना वायरस के मामलों में 80 फीसदी केस इन्हीं शहरों के हैं. इसके अलावा ग्रेटर चेन्नई, अहमदाबाद, थाने, दिल्ली, इंदौर, कोलकाता, जयपुर, नाशिक, जोधपुर, आगरा, तिरुवल्लुवर, औरंगाबाद, कुड्डालोर, ग्रेटर हैदराबाद, सूरत, चेंगलपट्टू, अरियालुर, हावड़ा, कुर्नूल, भोपाल, अमृतसर, विल्लुपुरम, वडोदरा, उदयपुर, पालघर, बरहमपुर, सोलापुर और मेरठ में कोरोना के सबसे ज्याजा केसेज सामने आए हैं