लॉकडाउन के बीच घर जाने की चाह में जान गंवाते मजदूर, देश में अब तक 50 से ज्यादा की हो चुकी है मौत
कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है. इस लॉकडाउन के बीच प्रवासी पैदल ही अपने घरों की ओर जाने के लिए मजबूर हैं. ऐसे में मजदूर अपने घर जाते हुए रास्ते में हादसों का भी शिकार हो रहे हैं.
पटना : कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है. इस लॉकडाउन के बीच प्रवासी पैदल ही अपने घरों की ओर जाने के लिए मजबूर हैं. ऐसे में मजदूर अपने घर जाते हुए रास्ते में हादसों का भी शिकार हो रहे हैं. ताजा खबर उत्तर प्रदेश से है, जहां 24 मजदूरों की मौत सड़क हादसे में हो गई. उत्तर प्रदेश के औरैया में बिहार-झारखंड लौट रहे मजदूरों के ट्रक से एक दूसरे ट्रक से टक्कर हो गयी जिससे 24 मजदूरों की मौत हो गयी और 15 मजदूर अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं.
50 से ज्यादा मजदूरों की मौत
बता दें कि 24 मार्च से लगे देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से अभी तक 50 से ज्यादा मजदूर रेल और सड़क हादसों की चपेट में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं. कोरोना संकट की वजह से जारीलॉक डाउन के बीच किसी तरह से अपने घर लौटने को मजबूर ये मजदूर पैदल ही घरों की ओर निकल पड़े हैं. 24 मार्च से लगे देशव्यापी लॉकडाउन के बाद से देश के विभिन्न कोनो से प्रवासी मजदूरों के अपने घरों को लौट रहे हैं. घर लौटने की कोशिश में इन मजदूरों को न सिर्फ पुलिस प्रताड़ना से गुजरना पड़ रहा है बल्कि कुछ सड़क हादसों के शिकार बन रहे हैं.
महाराष्ट्र में हुआ था दर्दनाक हादसा
महाराष्ट्र से अपने घर जाने की चाह में पैदल निकले 16 मजदूर औरंगाबाद में ट्रेन की चपेट में आने से दर्दनाक मौत के शिकार हो गए थें. मध्य प्रदेश के ये मजदूर महाराष्ट्र के जालना स्टील प्लांट में मजदूरी का काम करते थे. ये सभी 16 मजदूर उमरिया और शहडोल जिले के थे. औरंगाबाद से 10 किलोमीटर दूर स्थित करमाड में ट्रेन की चपेट में आने के कारण इनकी मौत हो गई थी. ये मजदूर जालना से भुसावल की ओर रेल की पटरियों के किनारे पैदल ही चल रहे थे, लेकिन लंबी दूरी तय करने के कारण इन्हें थकान हो गयी और ये पटरियों पर ही सो गए थे. तभी एक मालगाड़ी ने इन्हें रौंद दिया.
उत्तर प्रदेश में हुई थी बिहार के मजदूरों की मौत
14 मई को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक दर्दनाक सड़क हादसे में बिहार के 6 मजदूरों की मौत हो गयी थी. ये सभी मजदूर बिहार के गोपालगंज, आरा और पटना के रहने वाले थें, जो हरियाणा से पैदल ही अपने घरों के लिए वापस लौट रहे थें. उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर- सहारनपुर हाइवे पर यह दर्दनाक सड़क हादसा हुआ. जहां पैदल अपने गांव जा रहे मजदूरों को एक तेज रफ्तार बस ने रौंद दिया था.
मध्यप्रदेश में हुए हादसे
13 मई को मध्य प्रदेश के गुना में हुए एक ऐसे ही सड़क हादसे में आठ मजदूरों की जान चली गयी जबकि 50 से ज्यादा घायल हो गये. मध्य प्रदेश के गुना जिले में बुधवार को मजदूरों से भरी कंटेनर (ट्रक) की टक्कर एक खाली बस से हो गयी थी. हादसा इतना भंयकर था कि मौके पर ही आठ लोगों की मौत हो गयी जबकि 50 घायल हो गए थे.
29 मार्च को गुड़गांव के पास एक कंटेनर की चपेट में आगर 5 अन्य मजदूरों की मौत हो गई. यह हादसा कुंडली-मानेसर-पलवल हाइवे पर हुआ. इससे पहले तेलंगाना में 27 मार्च को 8 मजदूर एक सड़क हादसे में मारे गए.