मुंबई : देश में कोरोना ने सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र पर डाला है. इस राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना से छह लोगों की मौत हो गई. राज्य में संकम्रण से अबतक 16 लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य में संक्रमितों का आंकड़ा 338 तक पहुंच गया है. लॉकडाउन के लेकर कई जगहों पर लोग लोपरवाही बरत रहे हैं मॉर्निंग वॉक पर जाने वाले 120 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
महाराष्ट्र में 5 हजार से ज्यादा लोगों की पहचान की गयी है जिन्हें इस वायरस का खतरा हो सकता है. मरीजों को अलग-अलग क्वारैंटाइन सेंटर्स में रखा गया है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया आने वाले दिनों में कोरोना वायरस से और लोग संक्रमित होंगे. उन्होंने इसका कारण बताया कि जिन पांच हजार लोगों को क्वारैंटाइन किया गया. सभी अब संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आए हुए लोग हैं.
मुंबई में संक्रमण और ना फैले इसके लिए 191 से अधिक इलाके को सील कर दिया गया. मुंबई में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. जिन इलाकों को सील किया गया है उनमें 46 इलाके पश्चिम उपनगर और 48 इलाके पूर्वी उपनगर में हैं. दक्षिण मुंबई के 48 इलाकों में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीज पाए गए हैं.
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने गुरुवार को बताया कि केंद्र सरकार ने खून के नमूने का इस्तेमाल कर बड़े पैमाने पर कोरोना संक्रमण की जांच करने की अनुमति दे दी है ताकि संक्रमितों का पता लगाया जा सके. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार लार के बजाय खून के नमूने के आधार पर तेजी से जांच करेगी जिससे पांच मिनट में पता चलेगा कि व्यक्ति में बीमारी के प्रति रोग प्रतिरोधी कण विकसित हुए हैं या नहीं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना वायरस को लेकर हुई बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में टोपे ने बताया कि महाराष्ट्र के आश्रय गृहों में करीब तीन लाख 25 हजार प्रवासी श्रमिक रह रहे हैं.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ वीडियो कांफ्रेंस में टोपे और राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख भी शामिल हुए. टोपे ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने हमें सूचित किया कि राज्य अब कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों का शीघ्र पता लगाने के लिए त्वरित परीक्षण तकनीक का इस्तेमाल कर सकता है. हम कोरोना वायरस के संक्रमण का पता लगाने के लिए खून के नमूने का इस्तेमाल करेंगे.
” उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में बड़े पैमाने पर जांच शुरू की जाएगी. खून का नमूना लेने के पांच मिनट के भीतर सरकार को पता चल जाएगा कि व्यक्ति के शरीर में कोई प्रतिरोधक कण (एंटीबॉडी) विकसित हुआ है या नहीं यह वायरस की मौजूदगी को इंगित करेगा.” टोपे ने बताया, ‘‘ इससे पहले केंद्र सरकार ने बड़े पैमाने पर जांच की अनुमति नहीं दी थी .”
उन्होंने कहा, ‘‘ मोदी ने महाराष्ट्र सरकार से लॉकडाउन के मद्देनजर प्रवासी कामगारों की देखभाल करने को कहा.” टोपे ने कहा, ‘‘राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न आश्रय गृहों में तीन लाख 25 हजार प्रवासी मजदूर रह रहे हैं. मोदी ने कहा कि न केवल उनके खाने की व्यवस्था की जाए बल्कि टीवी आदि का भी प्रबंध करें ताकि उनका मनोरंजन हो और वे आश्रय गृह छोड़कर नहीं जाएं.”
उन्होंने कहा कि मोदी से राज्य सरकार को संक्रमण नियंत्रण क्षेत्रों को सैनेटाइज करने की सलाह दी. संक्रमण नियंत्रण क्षेत्र उन इलाकों के आसपास बनाया जाता है जहां पर उल्लेखनीय संख्या में कोरोना वायरस संक्रमण पाए गए हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘‘वहां करीब 146 ऐसे स्थान हैं जिनको जल्द सैनेटाइज किया जाएगा.”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार को प्रत्येक जिले में एक अस्पताल को विशेष तौर पर कोरोना वायरस संक्रमितों के इलाज के लिए तैयार करने को कहा है. टोपे ने कहा, ‘‘हमारे स्वास्थ्य विभाग ने आशा कार्यकर्ताओं के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण पाठ्यक्रम तैयार किया है और कोरोना वायरस संक्रमितों के इलाज के लिए उन्हें पंजीकृत किया गया है.
उन्होंने बताया कि दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात के मरकज में महाराष्ट्र के 1,400 लोग शामिल होकर वापस लौटे थे जिनमें से 1,300 का पता लगा लिया गया है. मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने जीएसटी के बकाया 16,000 करोड़ रुपये जारी करने का अनुरोध किया