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होली के त्योहार पर कोरोना का साया
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पारंपरिक शोभायात्रा “गेर” के आयोजन पर रोक
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सार्स-सीओवी-2 के दो नये स्वरूप-एन440के और ई484के- मिले
इस साल भी होली के त्योहार पर कोरोना (corona cases) का साया नजर आने की संभावना है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि महाराष्ट्र और केरल में सार्स-सीओवी-2 के दो नये स्वरूप-एन440के और ई484के- मिले हैं. साथ ही कोरोना संक्रमण के मामलों में फिर एक बार तेजी नजर आ रही है. इसी बीच मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित इंदौर जिले में महामारी के मामलों में उछाल के चलते प्रशासन ने यहां रंगपंचमी की पारंपरिक शोभायात्रा “गेर” के आयोजन पर रोक लगाने का फैसला किया है. होली की दशकों पुरानी त्योहारी परंपरा से जुड़ी इस विशाल शोभायात्रा में हर साल हजारों हुरियारे जुटते हैं.
आपदा प्रबंधन समिति की मंगलवार शाम आयोजित बैठक के बाद जिलाधिकारी मनीष सिंह ने संवाददाताओं को जानकारी दी कि पिछले कुछ दिनों में खासकर इंदौर शहर में भीड़-भाड़ वाले कार्यक्रमों के चलते कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में इजाफा हुआ है. इसके मद्देनजर हमने तय किया है कि इस बार गेर के आयोजन को मंजूरी नहीं दी जाएगी. उन्होंने बताया कि गेर के आयोजकों से कहा गया है कि वे रंगपंचमी पर इस शोभायात्रा की तैयारी न करें.
जिलाधिकारी ने बताया कि शहर में बडे़ धार्मिक और सामाजिक आयोजनों को भी फिलहाल अनुमति नहीं दी जाएगी. उन्होंने बताया कि स्थानीय अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों के लिए बिस्तरों की तादाद बढ़ाई जा रही है. सिंह ने बताया कि शहर के होटलों और मैरिज गार्डनों में होने वाले आयोजनों में हॉल या खुले मैदान की कुल क्षमता के केवल 50 फीसद मेहमानों को बुलाने की अनुमति दी जाएगी.
आगे उन्होंने बताया कि सार्वजनिक जगहों पर मास्क नहीं पहनने वाले लोगों से सख्ती के साथ जुर्माना वसूला जाएगा. आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, करीब 35 लाख की आबादी वाले इंदौर जिले में गत 24 मार्च से लेकर 22 फरवरी तक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 58,996 मरीज मिले हैं। इनमें से 931 मरीजों की मौत हो चुकी है.
भाषा इनपुट के साथ
Posted By : Amitabh Kumar