विदेश में कोरोना वायरस के नये खतरनाक वैरिएंट ओमीक्रोन के पाये जाने के बाद एहतियातन भारत सरकार ने भी अपने यात्रा दिशानिर्देशों में बदलाव किया है. विदेश से आ रहे यात्रियों पर अब सरकार की कड़ी नजर रहेगी और उन्हें अपना आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट एयर सुविधा पोर्टल पर अपलोड करना होगा.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 1 दिसंबर से नया नियम लागू किया है जिसके अनुसार विदेश से भारत आने वाले लोगों के लिए नया दिशा-निर्देश लागू किया गया है. यात्रा से पहले एयर सुविधा पोर्टल पर आरटी-पीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट अपलोड करना अब अनिवार्य होगा. इसके साथ ही 14 दिनों का यात्रा विवरण भी जमा करना जरूरी होगा.
गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 मामलों में हुई बढ़ोतरी के बाद पूरा विश्व दहशत में है. यहां के शेवाने यूनिवर्सिटी (टीयूटी) ऑफ टेक्नोलॉजी एक हॉटस्पॉट के तौर उभरा है. इस यूनिवर्सिटी के कई छात्र कोरोना संक्रमित पाये गये हैं जिनमें ओमीक्रोन वैरिएंट का वायरस पाया गया है.
वायरस के सामने आने के बाद कई देश दक्षिण अफ्रीका के यात्रियों पर प्रतिबंध लगा रहे हैं, जो कि दक्षिण अफ़्रीकी सरकार के लिए निराशाजनक है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वायरस के नये स्वरूप को ओमीक्रोन नाम दिया है. साथ ही वायरस के इस वैरिएंट को बहुत ही चिंताजनक बताया गया है. कहा तो यह भी जा रहा है कि इस वायरस पर वैक्सीन बेअसर है और यह डेल्टा वैरिएंट से 30 गुना ज्यादा संक्रामक है.
ओमीक्रोन के विभिन्न देशों में फैलने से देश में अलर्ट की स्थिति बन गयी है. केंद्र ने रविवार को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की बहाली की समीक्षा करने का फैसला किया तथा राज्यों को जांच-निगरानी उपायों एवं स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के लिए कुछ निर्देश जारी किये. एम्स के निदेशक डाॅ रणदीप गुलेरिया ने भी इस वायरस को लेकर चिंता जतायी है. उन्होंने कहा कि वैक्सीन इस वैरिएंट पर कितना असरकारी है यह देखना होगा, अगर वैक्सीन प्रभावी नहीं है तो फिर यह गंभीर मसला है.
सरकार ने 26 नवंबर को घोषणा की थी कि 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों को फिर से शुरू किया जाएगा. अब सरकार ने कहा कि वह उभरते वैश्विक परिदृश्य के अनुसार, वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवाओं को फिर से शुरू करने की प्रभावी तिथि पर निर्णय की समीक्षा करेगी.