covid-19 1 year complete : कोरोना वायरस (Coronavirus) का एक साल पूरा हो गया. आज ही के दिन चीन के बुहान शहर में कोरोना का पहला मामला सामने आया था. हालांकि चीन ने इससे पूरी दुनिया को अछूता रखा और 21 दिनों के बाद चीन ने पहली बार इसके बारे में बताया. 27 दिसंबर को हुबेई के एक अस्पताल के डॉक्टर जैंग जिक्सियन ने बताया था कि कोरोना नाम के वायरस की वजह से लोग संक्रमित हो रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ( who) के अनुसार चीन में पहला पॉजिटिव केस 8 दिसंबर को रिपोर्ट किया गया था.
बहरहाल पिछले एक साल से पूरी दुनिया इस महामारी से लड़ रही है. करोड़ों लोग इस बीमारी से अब तक संक्रमित हो चुके हैं, तो लाखों की संख्या में लोगों ने अपनी जान गंवायी. कोरोना की वजह से 3-4 महीने तक लॉकडाउन रहा और लोग अपने घर के अंदर कैद होने के लिए मजबूर हो गये.
कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर चीन पूरी दुनिया के निशाने पर आया. अमेरिका ने तो खुलकर कोरोना के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया और विश्व स्वास्थ्य संगठन पर भी निशाना साधा. अमेरिका ने डब्ल्यूएचओ से इसलिए नाता तोड़ लिया, क्योंकि उसपर चीन का साथ देने का आरोप लगा. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने डब्ल्यूएचओ की फंडिंग भी रोक दी.
कोरोना से सबसे अधिक अमेरिका तबाह हुआ. अमेरिका में कोरोना से करीब 1 करोड़ लोग अबतक संक्रमित हो चुके हैं और करीब ढाई लाख लोगों की मौत हो गयी. अमेरिका में अब भी संक्रमण कम नहीं हुआ है. रोजाना वहां सवा लाख लोग अब भी संक्रमित हो रहे हैं.
दुनिया में सबसे अधिक कोरोना से प्रभावित देशों की सूची में भारत दूसरे नंबर पर है. अमेरिका के बाद कोरोना ने भारत को ही सबसे अधिक तबाह किया है. अब तक भारत में करीब 88 लाख लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं और करीब सवा लाख लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि अन्य देशों की तुलना में भारत में कोरोना से बहुत कम लोगों की मौत हुई है और अब देश धीरे-धीरे जंग जीत भी रहा है.
कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को जीने का ढंग ही बदल दिया. पिछले एक साल में कोरोना के कारण लोगों के जिंदगी जीने का तरीका ही बदल गया है. मास्क, सेनेटाइजर और सामाजिक दूरी लोगों का सहारा बन गया. बाहर के बने सामान का लोग अब सुरक्षित तरीके से इस्तेमाल कर रहे हैं. लोग अब अपने स्वास्थ्य को लेकर अधिक जागरूक नजर आ रहे हैं. बाहर और खुले में बने खाने से लोग परहेज कर रहे हैं.
कोरोना संक्रमण से सबसे अधिक प्रभाव शिक्षा पर पड़ा है. पिछले 8-9 महीने से स्कूलें बंद हैं. बच्चे घर पर ही ऑनलाइन पढ़ाई करने के लिए मजबूर हैं. जिस मोबाइल और इंटरनेट से बच्चों को दूर रहने की सलाह दी जाती थी, आज के समय में वही शिक्षा का सहारा बन गया है.
कोरोना संकट में कई लोगों का घर तबाह हो गया. कितने गरीब का घर उजड़ गया, तो कितने लोगों की इस दौरान नौकरी चली गयी. हालांकि इस दौरान कई लोग मसीहा बनकर सामने आये और लोगों की मदद भी की. लंबे समय तक बाजार बंद रहने से लोगों के व्यापार पर भी असर पड़ा.
Posted By – Arbind Kumar Mishra