महाराष्ट्र और दिल्ली की तरह ही राजस्थान में कोरोना का कहर दिनोंदिना बढ़ता ही जा रहा है. यहां हर रोज बढ़ते संक्रमण के मामले से राज्य प्रशासन की नींद उड़ी हुई है. प्रदेश में सोमवार को मिले 35 नए कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों के बाद मंगलवार सुबह 24 और कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हुई है. प्रदेश में कुल मरीजों की संख्या 325 पहुंच गई है. राजस्थान के 33 में से 22 जिलों में कोरोना के केस मिल चुके हैं. पिछले छह दिनों के अंदर प्रदेश में पांच नए कोरोना हॉटस्पॉट बन गए हैं. 31 मार्च तक सिर्फ भीलवाड़ा और जयपुर ही इस लिस्ट में शामिल थे. मगर अब बीकानेर, झुंझुनूं, कोटा, टोंक और जोधपुर भी शुमार हो गए हैं. तबलीगी जमात के प्रवेश के बाद से स्थिति ज्यादा बिगड़ी है.
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मंगलवार सुबह प्रदेश में 5 जिलों में कोरोना वायरस के 24 नए मरीज मिले हैं. इनमें बांसवाड़ा से 4, चूरू से 1, जयपुर से 3, जैसलमेर से 7 और जोधपुर से 9 कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है. प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) रोहित कुमार सिंह के अनुसार कोटा शहर में कोरोना वायरस संक्रमित पाए गए एक व्यक्ति की मौत हुई है. और इसी के साथ कोरोना से प्रदेश में मौत का आंकड़ा भी 6 पहुंच चुका है. पिछले एक सप्ताह में ही पॉजिटिव केस तीन गुने हो चुके हैं. इसमें सबसे बड़ी भूमिका इन हॉटस्पॉट की ही है. यहां एक या दो संक्रमित के कारण अब 50 से 100 लोगों के पॅाजिटिव होने का खतरा पैदा हो गया है और 300 लोग खतरे में हैं. उनसे आगे संक्रमण कितनों तक पहुंच चुका है, यह सरकार व विभाग के लिए चिंता का सबब बन गया है.
कोरोना पर काबू करने के मामले में राजस्थान का भीलवाड़ा देश में रोल मॉडल बन गया है. यहां के प्रशासन ने 20 मार्च को पहला पॉजिटिव केस मिलने के बाद जो प्लान बनाया, उसकी केंद्र ने भी तारीफ की. रविवार को हुई वीडियो कांफ्रेसिंग में केंद्र सरकार के कैबिनेट सचिव राजीव गाबा ने कहा कि अब कोरोना देश के 223 जिलों में फैल चुका है. इसलिए सभी को भीलवाड़ा से सीखना चाहिए कि इसे कैसे काबू किया जाता है. कैबिनेट सचिव ने भीलवाड़ा में हुए काम को आइडियल बताया. बता दें कि भीलवाड़ा देश में ऐसा पहला शहर है जहां 14 दिन से कर्फ्यू के बावजूद और सख्ती करने के लिए 3 से 13 अप्रैल तक महाकर्फ्यू लगाया गया.
जिले में छह पॉजिटिव केस मिलते ही भीलवाड़ा में कर्फ्यू लगा दिया ताकि लोग घरों में रहें. अस्पताल में आने वाले मरीजों की स्क्रीनिंग शुरू की. जिले में आने वाले सभी 20 रास्तों पर चेक पोस्ट बनाकर सीमाएं सील कर दीं ताकि कोई बाहर न जा सके. नतीजा ये कि 27 में 15 मरीज ठीक हाेकर घर जा चुके हैं, 7 पॉजिटिव से निगेटिव हुए, अब 3 ही पॉजिटिव बचे हैं.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम नरेंद्र मोदी को एक बार फिर चिट्ठी लिखकर राज्यों को तत्काल 1 लाख करोड़ रुपयों का पैकेज देने की मांग दोहराई है. सीएम ने लिखा है कि राज्यों के राजस्व में भारी गिरावट से वित्तीय स्थिति बिगड़ रही है. इसलिए केंद्र सरकार राज्यों को सहायता उपलब्ध करवाए. गहलोत ने अपनी चिट्ठी में पीएम से कनाडा की तर्ज पर वेज सब्सिडी उपलब्ध कराने का आग्रह किया है. गहलोत ने कहा कि केन्द्र डॉक्टर्स के लिए पीपीई एवं टेस्टिंग किट का समुचित इंतजाम करे. इधर, कोरोना वायरस के सामुदायिक प्रसार को रोकने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आपात योजना लागू करने की जरूरत बताई है.
गहलोत ने सोमवार को अधिकारियों को लॉकडाउन और कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए. राज्य में बंद के साथ-साथ ऐसे कई इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है जहां कोरोना वायरस संक्रमित लोग पाये गये हैं. गृह विभाग और पुलिस के आला अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस में गहलोत ने कहा कि वायरस के सामुदायिक प्रसार को रोकने के लिये लॉकडाउन और कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराया जाए. उन्होंने अधिकारियों को सोशल मीडिया पर गुमराह करने वाले पोस्ट डालने वालों और अफवाह फैलाने वालों पर त्वरित कार्यवाई करने के निर्देश दिए.