कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज फैसला ले सकते हैं. वह इस मुद्दे पर सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात कर रहे हैं. इस समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गमछे को मास्क बनाकर बैठे दिखे. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लॉकडाउन बढ़ाने का आग्रह किया है.केजरीवाल ने कहा, लॉकडाउन कम से कम 30 अप्रैल तक बढ़ाया जाए. यह फैसला राष्ट्रीय स्तर पर होना चाहिए, अगर राज्य अपने स्तर पर फैसला करेंगे तो उतना असर नहीं होगा. तीसरा, अगर किसी तरह की ढील दी जाए तो किसी भी सूरत में ट्रांसपोर्ट नहीं खुलना चाहिए. ना रेल, ना सड़क और ना हवाई यात्रा. वो शनिवार को शाम 5 बजकर 30 मिनट पर कोरोनावायरस संकट को लेकर ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.
Also Read: भारतीय सेना ने पाकिस्तान को सिखाया सबक, LOC पार आतंकी अड्डों को किया तबाह, देखें वीडियोDelhi CM Arvind Kejriwal, in the video-conferencing of PM Modi with the Chief Ministers, suggested to PM that the lockdown should be extended till April 30 all over India. #Coronavirus (file pic) pic.twitter.com/cF4hCzhIDV
— ANI (@ANI) April 11, 2020
केजरीवाल समेत अब तक पांच मुख्य मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन बढ़ाने की मांग की है. इन पांच मुख्यमंत्रियों में दिल्ली अरविंद केजरीवाल, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लॉकडाउन भड़ाने की अपील की है.इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि राज्य सरकारों की बात पर अमल किया जाएगा.
बता दें कि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए घोषित किए गए लॉकडाउन की अवधि 21 दिन बाद 14 अप्रैल को पूरी हो रही है. इसको लेकर केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से सलाह मांगी है कि इसको आगे बढ़ाया जाए या नहीं. फिलहाल आज आए आंकड़ों को देखें तो भारत में कोविड-19 से अबतक 239 लोगों की मौत हो चुकी है और कोरोना संक्रमण के 7,447 मामले सामने आए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से शनिवार को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटे में देश में कोरोना के कुल 1035 नए मामले आए हैं और 40 लोगों की जान गई हैं. यह 24 घंटों में अब तक सबसे ज़्यादा मामले और मौतों का आंकड़ा है. हालांकि, थोड़ी राहत वाली बात यह है कि इस बीमारी से अब तक 643 लोग ठीक हुए हैं.