नयी दिल्ली : ईरान में शराब पीने से कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्ति की अफवाह ने सैकड़ों लोगों की जान ले ली है. दरअसल संक्रमण ठीक करने को लेकर सैकड़ों लोगों ने जहरीली शराब का सेवन किया.
ईरान में हाल में इस अफवाह के शिकार एक पांच साल के बच्चे को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उसे कोरोना वायरस से बचाने के लिए मां-बाप ने जहरीली मेथनॉल पिलाई जिससे उसके आंखों की रोशनी चली गई. इस बच्चे का मामला कोरोना वायरस की महामारी में जकड़े ईरान में अफवाह के शिकार हुए सैकड़ों लोगों में एक बानगी भर है.
ईरानी मीडिया के मुताबिक अबतक देश में मेथनॉल पीने से करीब 300 लोगों की मौत हुई है और एक हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं जबकि इस्लामिक देश ईरान में शराब पीने पर रोक है. स्वास्थ्य मंत्री की सहायता कर रही एक ईरानी डॉक्टर ने शुक्रवार को बताया कि समस्या इससे बड़ी है जिसमें करीब 480 लोगों की मौत हुई है 2,850 लोग बीमार हुए हैं.
ईरानी स्वास्थ्य मंत्रालय के सलाहकार डॉ. हुसैन हसनियन ने कहा, अन्य देशों की एक ही समस्या कोरोना वायरस की महामारी है, लेकिन हम दो मोर्चों पर लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा, हमें जहरीली शराब पीने से बीमार लोगों के साथ कोरोना वायरस से भी लड़ना पड़ रहा है.
ईरानी सोशल मीडिया में फारसी भाषा में फर्जी खबर चल रही है जिसमें दावा किया गया है कि एक ब्रिटिश स्कूल शिक्षक और अन्य लोग व्हिस्की और शहद के सेवन से कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त हो गए.
गौरतलब है कि ईरान ने शनिवार को घोषणा की कि कोरोना वायरस से 139 और लोगों की मौत हो गई है. इस विषाणु से सबसे अधिक प्रभावित देशों में से एक ईरान में मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 2,517 हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता कियानुश जहांपुर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पिछले 24 घंटे में 3,076 नये मामलों की पुष्टि हुई है जिससे संक्रमित लोगों की संख्या 35,408 पर पहुंच गई है.