Coronavirus Outbreak Cases in india: भारत में पोलियो के खिलाफ लड़ाई में जीत हासिल करने में अहम भूमिका निभाने वाले उपायों को अब कोरोना से जंग में इस्तेमाल किया जाएगा. भारत में कोविड-19 संक्रमण पर अंकुश लगाने की मुहिम में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के नेशनल पोलियो सर्विलांस नेटवर्क का साथ मिला है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने इसकी जानकारी देते हुए कहा है कि एक बार फिर से भारत सरकार और डब्ल्यूएचओ ने हाथ मिलाया है. इससे पहले हम पोलियो का उन्मूलन करने में कामयाब रहे थे. हमारी क्षमता इतनी है कि हम इस बार भी कामयाब होंगे. भारत सरकार ने डब्ल्यूएचओ के पोलियो सर्विलांस से जुड़े लोगों को सर्विलांस कोरोना वारियर्स बताया है.
डब्ल्यूएचओ की दक्षिण एशियाई प्रमुख डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा है कि डब्ल्यूएचओ के अनुभव, जानकारी और क्षमता से कोरोना मरीजों की निगरानी और संपर्क ट्रेसिंग इत्यादि में मदद मिलेगी. डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेडरोस अदानोम गेब्रेयसस ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में इस अहम फैसले को लेकर देश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की तारीफ की है. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बुधवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के अधिकारियों के साथ कोरोनावायरस से निपटने के उपायों पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की.
Great news: @MoHFW_INDIA & @WHOSEARO initiated a systematic engagement of @WHO’s national polio surveillance network, and other field staff, for 🇮🇳’s #COVID19 response, tapping into the best practices & resources that helped 🇮🇳 win its war against polio. https://t.co/G7ttUz5QkH
— Tedros Adhanom Ghebreyesus (@DrTedros) April 15, 2020
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और डब्लूएचओ ने कोविड-19 से निपटने के लिए डब्लूएचओ के राष्ट्रीय पोलियो निगरानी नेटवर्क और क्षेत्र के अन्य कर्मचारियों की साझेदारी का फैसला किया है. डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, भारत सरकार और डब्लूएचओ ने मिलकर पूरी दुनिया के सामने अपनी क्षमता और कौशल को दिखाया है. पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ हमारे संयुक्त अभियान के चलते ही हम पोलियो से छुटकारा पाने में कामयाब हुए. आज मैं आपको आपकी क्षमता और योग्यता को फिर से याद दिलाना चाहूंगा. फील्ड में आप सभी हमारे सर्विलांस कोरोना वॉरियर्स हैं. आपके संयुक्त प्रयासों से हम कोरोना को हरा सकते हैं और जिंदगियां बचा सकते हैं.
बैठक में पोलियो, तपेदिक (टीवी) और अन्य रोगों के फील्ड स्टाफ व राज्य अधिकारियों सहित 1,000 से अधिक डब्ल्यूएचओ कर्मचारियों ने भाग लिया. इस दौरान डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, मेरा मानना है कि जब तक हमें इसकी कोई वैक्सीन या टीका नहीं मिल जाता, तब तक हमें सामाजिक टीकाकरण यानी सामाजिक दूरी का पालन करना चाहिए.