गुवाहाटी : कोरोनावायरस कहर के बीच भारत में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू ने भी दस्तक दे दिया है. भारत के असम राज्य में यह फ्लू 2500 से अधिक सूअरों की जान ले चुका है, जिसके बाद राज्य सरकार सतर्क हो गयी है. साथ ही इस बारे में केंद्र सरकार को भी बतला दिया गया है.
एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार राज्य सरकार के पशुपालन और पशु चिकित्सा मंत्री अतुल बोरा ने बताया कि केंद्र से अनुमति के बावजूद राज्य सरकार सूअरों को तुरंत मारने की बजाय इस अत्यधिक संक्रामक रोग के नियंत्रण के लिए दूसरे विकल्पों पर विचार करेगी.
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बोरा ने आगे बताया कि असम सरकार इस वायरस के नमूने की जांच करवा रही है, जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कोई कार्रवाई करेगी. उन्होंने आगे कहा कि असम सरकार इस वायरस को लेकर सतर्क हो गयी है और जिन जिलों में यह वायरस काफी ज्यादा खतरनाक हो रही है, उन जिलों को चिह्नित किया जा रहा है.
100 प्रतिशत है मौत का दर– इस वायरस से मृत्यु दर 100 प्रतिशत है. मंत्री बोरा ने कहा, ‘राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान (एनआइएचएसएडी) भोपाल ने अफ्रीकी स्वाइन फ्लू (एएसएफ) की पुष्टि की है. केंद्र सरकार ने बताया है कि देश में पहली बार इस बीमारी ने दस्तक दी है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘यह संक्रमण इतना खतरनाक है कि इससे संक्रमित सूअरों की मृत्युदर 100 फीसद है. इसलिए, हमने उन सूअरों को बचाने की रणनीति तैयार की है जो अभी तक संक्रमित नहीं हुए हैं. हालांकि, अभी यह बीमारी ज्यादा नहीं फैली है.’
चीन से आया होगा वायरस- असम के कैबिनेट मंत्री अतुल बोरा ने अंदेशा जताया कि यह वायरस चीन से आया होगा. उन्होंने कहा कि यह वायरस सबसे पहले चीन के जिनजियांग प्रांत में देखा गया था, उसके तीन महीने बाद यह वायरस असम आया है. हालांकि उन्होंने कहा कि असम सरकार इस वायरस को यहीं पर रोक देगी.
चीन में सबसे प्रभावित– इस वायरस से चीन सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार यह वायरस अफ्रीका से निकलकर पौलेंड हते हुए चीन पहुंचा. चीन में अब तक इस वायरस के कारण 7036 सूअरों की मौत हो चुकी है.