Corona Vaccine: जल्द शुरू होगा कोरोना का टीका Covaxin के तीसरे फेज का ट्रायल, AIIMS ने तैयार किया प्रपोजल
नयी दिल्ली : देश भर में कोरोनावायरस (Coronavirus Pandemic) की रफ्तार थोड़ी कम जरूर हुई है, लेकिन अभी भी इससे पहले जितना ही खतरा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने इसी महीने कहा था कि जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं. इस बीच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) भारत बायोटेक (Bharat Biotech) के कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) ने तीसरे फेज का ट्रायल शुरू करना चाहता है. अस्पताल में तीसरे फेज के ट्रायल के लिए एम्स जल्द ही आईईसी (institute ethics committee) को प्रपोजल दे सकता है. उम्मीद है कुछ सप्ताह में इसका ट्रायल शुरू हो जायेगा.
नयी दिल्ली : देश भर में कोरोनावायरस (Coronavirus Pandemic) की रफ्तार थोड़ी कम जरूर हुई है, लेकिन अभी भी इससे पहले जितना ही खतरा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने इसी महीने कहा था कि जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं. इस बीच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) भारत बायोटेक (Bharat Biotech) के कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) ने तीसरे फेज का ट्रायल शुरू करना चाहता है. अस्पताल में तीसरे फेज के ट्रायल के लिए एम्स जल्द ही आईईसी (institute ethics committee) को प्रपोजल दे सकता है. उम्मीद है कुछ सप्ताह में इसका ट्रायल शुरू हो जायेगा.
भारत बायोटेक को पिछले महीने ही डीसीजीआई drugs controller general of India की ओर से कोविड-19 वैक्सीन के तीसरे फेज ट्रायल शुरू करने का अप्रूवल मिल गया था. बता दें कि इस वैक्सीन का निर्माण भारत बायोटेक और आईसीएमआर मिलकर कर रहे हैं. एम्स सहित कई और राज्य के अस्पतालों में इसका ट्रायल चल रहा है. एम्स में इसके ट्रायल को सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक एम्स के प्रोफेसर डॉ संजय राय ने बताया कि कोवैक्सीन के तीसरे फेज ट्रायल शुरू करने के लिए प्रपोजल तैयार कर लिया गया है. कुछ ही दिनों के अंदर इस प्रपोजल को अप्रूवल के लिए आईईसी को भेजा जायेगा. डॉ राय वैक्सीन के ट्रायल में मुख्य जांचकर्ता के रूप में शामिल हैं.
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एम्स की एथिक कमिटी में 15 सदस्य हैं और इस प्रपोजल का अप्रूवल मिलने में करीब 10 से 14 दिन का समय लग सकता है. पिछली बार 30 जून को समिति के पास ट्रायल के लिए प्रपोजल भेजा गया था, जिसकी स्वीकृति 18 जुलाई को मिली थी. डॉ राय ने बताया कि इस प्रपोजल 200 से 300 पन्नों का होगा. जिसके अध्ययन और निष्कर्ष में समय लगता है.
तीसरे फेज के ट्रायल की अनुमति मिलने के बाद एम्स 2000-5000 स्वयंसेवकों को भर्ती करने की योजना बना रहा है. जबकि कंपनी की योजना 13-14 राज्यों के 25 से 30 अस्पतालों में करीब 26000 लोगों पर यह ट्रायल करने की है. फेज वन के ट्रायल के बाद जिनको टीका दिया गया, उनमें कोई विशेष साइड इफेक्ट नहीं देखे गये. फेज टू के टायल का विश्लेषण किया जा रहा है. अब फेज तीन के ट्रायल की तैयारी है.
Posted By: Amlesh Nandan.