दूसरे विश्वयुद्ध के बाद कोरोना महामारी सबसे बड़ी त्रासदी, जानें विदेश सचिव ने और क्या कहा
कोरोना वाययरस (Coronavirus Pandmeic) दूसरे विश्वयुद्ध के बाद की सबसे विनाशकारी घटना है. एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विदेश सचिव हर्ष वी श्रृंग्ला ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि कोरोना खत्म होने के बाद भी इसका असर बना रहेगा और लोगों को परेशानी उठानी पड़ेगी. नेशनल डिफेंस कॉलेज के डायमंड जुबली के मौके पर आयोजित लीवरेंजिग स्ट्रेटेजिक ऑटोनॉमी इन अ टर्बूलेंट वर्ल्ड विषय पर सेमिनार को संबोधित करते हुए विदेश सचिव ने कहा कि महामारी के बाद विश्व एक अलग युग का अनुभव करेगा.
कोरोना वाययरस दूसरे विश्वयुद्ध के बाद की सबसे विनाशकारी घटना है. एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विदेश सचिव हर्ष वी श्रृंग्ला ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि कोरोना खत्म होने के बाद भी इसका असर बना रहेगा और लोगों को परेशानी उठानी पड़ेगी. नेशनल डिफेंस कॉलेज के डायमंड जुबली के मौके पर आयोजित लीवरेंजिग स्ट्रेटेजिक ऑटोनॉमी इन अ टर्बूलेंट वर्ल्ड विषय पर सेमिनार को संबोधित करते हुए विदेश सचिव ने कहा कि महामारी के बाद विश्व एक अलग युग का अनुभव करेगा.
उन्होंने कहा कि हम हर दिन खुद को बदल रहे हैं और वर्चुअल कर रहे हैं. कोरोना वायरस के अतंराष्ट्रीय स्तर पर कई देशों की कमजोरी को उजागर कर दिया है. उन्होंने कहा कि जब सहयोग करने का एक मजबूत इरादा था तो रणनीतिक स्वायत्ता को बनाये रखने की अधिक जरूरत थी. और पिछले कुछ महीनों में सहयोग करने के तरीको के लिए घरेलु स्थिति और रंग रूप के साथ सौदा करने की कोशिश की गयी. महामारी की वैश्विक आर्थिक नतीजों के आने के बाद यह एक और चुनौति बनता जा रहा है.
उन्होंने कहा कि जैसा की हमने 2008 की मंदी को देखा था, आर्थिक असफलताओं के लिए सावधानीपूर्वक विचार विमर्श की आवश्यकता होती है. वैश्विक सप्लाई चेन टूटने के बाद पहली बार शायद हमने वैकल्पिक संभावनाओं के बारे में सोचने और तलाश करने का नेतृत्व किया है. विदेश सचिव ने महामारी से निपटने के लिए भारत में किये जा रहे घरेलु उपायों का भी जिक्र किया. उन्होंने कोरोना से निपटने के लिए उठाये जा रहे प्रयासों की जानकारी दी.
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अपने संबोधन में विदेश सचिव ने विभिन्न विषयों के बारे में बात की जिसमें भारत की वैश्विक व्यसत्ता अगले वित्त वर्ष में संयुक्त राष्ट्र परिषद की सदस्यता साथी ही पड़ोसी देशों के साथ संबंध शामिल हैं.
देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 84 लाख के पार हो गयी है. covid19india.org के आकड़ों के मुताबिक देश में गुरुवार को कोरोना संक्रमण के 47,628 नये मामले सामने आये. इसके साथ ही देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 84,11,034 हो गयी है. जबकि गुरुवार को 672 लोगों की मौत हुई है. इसके साथ ही देश में कोरोना से मरनेवालों की संख्या 1,25,029 हो गयी है. देश में फिलहाल एक्टिव केस की संख्या 5,19,507 है, जबकि अब तक 77,64.763 लोग संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं. गुरुवार को 54,133 लोग संक्रमण से मुक्त हुए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोरोना रिवकरी रेट देश में 92 फीसदी तक हो गयी है.
Posted By: Pawan Singh