18 मई दर्ज हो जाएगा हिंदुस्तान के इतिहास में ! क्या कोरोना लिखेगा काला इतिहास

जिस तरह से शनिवार और रविवार को कोरोना के मामले सामने आए, उससे लगता है कि अगर 18 मई यानी आज का दिन भी ऐसा ही कुछ रहा तो हिंदुस्तान के इतिहास में ये दिन काले ​इतिहास के तौर पर दर्ज हो जाएगा. इसकी वजह ये है कि 109 दिनों के भीतर भारत में कोरोना वायरस संक्रमणों की संख्या 1 लाख पार कर जाएगी. ऐसा हिंदुस्तान के इतिहास में किसी महामारी के वक्त नहीं हुआ था.

By AvinishKumar Mishra | May 18, 2020 2:07 PM
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नयी दिल्ली : जिस तरह से शनिवार और रविवार को कोरोना के मामले सामने आए, उससे लगता है कि अगर 18 मई यानी आज का दिन भी ऐसा ही कुछ रहा तो हिंदुस्तान के इतिहास में ये दिन काले ​इतिहास के तौर पर दर्ज हो जाएगा. इसकी वजह ये है कि 109 दिनों के भीतर भारत में कोरोना वायरस संक्रमणों की संख्या 1 लाख पार कर जाएगी. ऐसा हिंदुस्तान के इतिहास में किसी महामारी के वक्त नहीं हुआ था.

हैजा– हैजा महामारी की शुरुआत वर्ष 1910-11 के बीच हुई थी. इस महामारी ने पूरी दुनिया में लगभग 8 लाख लोगों की जान ले ली. बताया जाता है कि इस महामारी की चपेट में पूर्व मध्य एशिया, यूरोप और अफ्रीका के कुछ देश आया था. इस महामारी से अमेरिका पर भी असर पड़ा और वहां पर तकरीबन 10 से अधिक लोगों की मौत हो गयी.

प्लेग- प्लेग महामारी ने दुनिया भर में 1900-2000 के बीच कोहराम मचाया था. इस महामारी से दुनियाभर में तकरीबन 15 करोड़ लोगों की जान चली गयी थी. हालांकि इसका कोई विश्वसनीय डेटा मौजूद नहीं है. बताया जाता है कि यह महामारी चूहों से फैली थी और पूरे यूरोप और एशिया में तबाही मचाने का काम किया था.

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इस महामारी के बारे में दो मान्यता है. एक यह कि यह सबसे पहले एशिया से शुरू हुातआ और दूसरा यह कि यह बोट के जरिए पूरी दुनिया में फैल गयी. बताया जत है कि इसकी शुरूआत साल 1390 के आसपास ही हो गयी थी.

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कोरोना के अब तक 47 लाख केस- पूरी दुनिया में कोरोनावायरस के 47 लाख से अधिक केस हो चुके हैं, जबकि 3 लाख 10 हजार लोगों की इससे मौत हो चुकी है. डब्लूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार इस वायरस की चपेट में अबतक दुनिया के 216 देश आ चुके हैं, वहीं अमेरिका इस वायरस से सबसे अधिक प्रभावित है.

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