नयी दिल्ली : देश में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है. कोरोना संकट के कारण देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचा है, वहीं कई परियोजनाओं का काम भी लटक गया है. अब इसी कड़ी में बताया जा रहा है कि मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना (Bullet Train Project) में देरी हो सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि कोरोना महामारी के कारण भूमि अधिग्रहण का काम अधूरा रह गया है.
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन इस परियाजना के लिए 63 फीसदी भूमि अधिग्रहण कर लिया है. बताया जा रहा है कि गुजरात, दादरा एवं नागर हवेली और महाराष्ट्र में भूमि अधिग्रहण का काम किया जाना है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र के पालघर और गुजरात के नवसारी इलाकों में भूमि अधिग्रहण को लेकर कुछ दिक्कतें आ रही हैं. एक अधिकारी ने बताया कि कंपनी ने पिछले साल लोग निर्माण की 9 निविदाएं आमंत्रित की थीं, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण उसे खोला भी नहीं जा सका है.
इससे पहले रेल मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने संकेत दिया था कि मुंबई और अहमदाबाद के बीच महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना के वित्तीय पहलू की समीक्षा की जा रही है क्योंकि कोविड महामारी के बाद ‘खर्च में किफायत’ बरतनी होगी. उन्होंने कहा कि रेलवे इन परियोजनाओं के लिए प्रतिबद्ध है और हम इसके लिए योजनाओं और लागत को अंतिम रूप देने के स्तर पर हैं.
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से कोविड-19 ने बुलेट ट्रेन के संबंध में हमारी महत्वाकांक्षाओं को थोड़ा सा प्रभावित किया है और हम कोविड के बाद की दुनिया में परियोजनाओं पर फिर से विचार कर रहे हैं और इसमें लागत में कटौती शामिल है.
गौरतलब है कि मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत 508 किलोमीटर लंबी लाइन का निर्माण किया जाना है. इस लाइन पर करीब 350 किलोमीटर प्रति घंटे या 320 किलोमीटर प्रति घंटे की औसत रफ्तार से इस दूरी को तय करने में दो घंटे का समय लगेगा. इस परियोजना के निर्माण कार्य पूरा होने में करीब 97,636 करोड़ रुपये की लागत आने की उम्मीद है.
Posted By – Arbind Kumar Mishra