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भारत में लॉकडाउन हुआ फेल, केंद्र बताए आगे की रणनीति, राहुल गांधी ने मोदी सरकार को घेरा

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि दुनिया के बाकी देशों ने लॉकडाउन तब हटाया, जब बीमारी कम होनी शुरू हुई. ऐसे में ये स्पष्ट है कि हमारे यहां लॉकडाउन विफल हो गया है. जो लक्ष्य मोदी जी का था, वो पूरा नहीं हुआ.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 26, 2020 12:48 PM
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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लॉकडाउन फेल होने का आरोप लगाया. कांग्रेस नेता ने कहा- ‘मोदी जी ने 21 दिन में कोरोना की लड़ाई जीतने की बात कही थी. लगभग 60 दिन हो चुके हैं. हिंदुस्तान पहला देश है, जो बीमारी के बढ़ते वक्त लॉकडाउन हटा रहा है. दुनिया के बाकी देशों ने लॉकडाउन तब हटाया, जब बीमारी कम होनी शुरू हुई. ऐसे में ये स्पष्ट है कि हमारे यहां लॉकडाउन विफल हो गया है. जो लक्ष्य मोदी जी का था, वो पूरा नहीं हुआ.

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राहुल गांधी ने आगे कहा- अब हम सम्मानपूर्वक भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री जी से पूछना चाहते हैं कि “प्लान बी” क्या है? बीमारी 21 दिन में कम नहीं हुई, बल्कि बढ़ रही है. राहुल ने पूछा कि प्रधानमंत्री जी की रणनीति क्या है? लॉकडाउन से कैसे निपटेंगे? मजदूर भाई-बहनों, सूक्ष्म एवं लघु उद्दयोगों की मदद कैसे करोगे? ये राजनीति नहीं है, बल्कि मेरी चिंता है. बीमारी बढ़ती जा रही है. इसलिए ये सवाल मैं पूछ रहा हूं. राहुल गांधी ने कहा- मैं इसमें नहीं जाना चाहता कि सरकार विफल क्यों रही है, वो अतीत है. मुझे अभी इस बात में दिलचस्पी है कि भारत अभी जिस चीज का सामना कर रहा है, वो है- एक असफल लॉकडाउन है. कई राज्यों में बीमारी बढ़ रही है.

बता दें कि कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन के बीच यह राहुल की चौथी प्रेस कॉन्फ्रेस है. है. इससे पहले 16 अप्रैल, 7 मई और 15 मई को भी मीडिया से बात कर चुके हैं. वहीं उन्होंने इस बीच भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नगर रघुराम राजन और नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी के साथ बातचीत का ऑनलाइन सत्र आयोजित किया गया था.

हर मजदूर के खाते में 7500 रुपये दे सरकार 

राहुल गांधी ने कहा कि लॉकडाउन के चार चरणों में वो नतीजे नहीं मिले हैं, जो पीएम ने उम्मीद की थी. ऐसे में अब हम सरकार से पूछना चाहते हैं कि सरकार आगे क्या करेगी, क्योंकि लॉकडाउन फेल हो गया है. कांग्रेस नेता बोले कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो पैकेज में ऐलान किया है, उससे कुछ नहीं होने वाला है. सरकार में बैठे लोगों में डर है कि अगर गरीबों को ज्यादा पैसा दिया, तो बाहर के देशों में गलत संदेश जाएगा. राहुल ने कहा कि भारत की शक्ति ये गरीब हैं, ऐसे में बाहर की चिंता नहीं करनी चाहिए.मजदूरों की समस्या को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि आज मजदूर कह रहे हैं कि हमारा भरोसा टूट गया, ये शब्द किसी को नहीं कहने चाहिए क्योंकि देश में किसी का भरोसा नहीं टूटना चाहिए. सरकार अभी भी मजदूरों की मदद कर सकती है और हर मजदूर के खाते में 7500 रुपये दे सकती है.


कांग्रेस शासित राज्यों के बारे में राहुल गांधी ने क्या कहा

कांग्रेस शासित राज्यों के बारे में राहुल गांधी ने कहा कि हमारी सरकारें गरीबों को पैसा दे रही हैं, खाना दे रही हैं. हमें पता है कि आगे क्या करना है लेकिन राज्य कबतक अकेले लड़ाई लड़ेंगे. केंद्र सरकार को आगे आने होगा और रणनीति के बारे में देश से बात करनी होगी.रोजगार को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि देश में रोजगार की मुश्किलें पहले ही थीं, लेकिन लॉकडाउन से एक और गहरी चोट लगेगी. आने वाले दिनों में रोजगार की संख्या तेजी से बढ़ सकती है, ऐसे में आम लोगों के हाथ में पैसा होना जरूरी है.

डिटेल्स सरकार को देश के सामने रखना चाहिए

नेपाल और चीन के साथ जारी खींचतान को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि बॉर्डर पर जो हुआ है, इसके डिटेल्स सरकार को देश के सामने रखना चाहिए. अभी किसी को नहीं पता है कि क्या हुआ है, नेपाल के साथ क्या हुआ और लद्दाख में क्या हो रहा है. सरकार को देश के सामने रखना चाहिए.

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