Coronavirus Recovery in India: भारत में कोरोना से करीब एक करोड़ लोग हुए ठीक, अमेरिका और ब्रिटेन में हालात बेकाबू
Coronavirus Recovery in India: भारत में दो-दो कोरोना वैक्सीन विकसित होने के बाद 14 जनवरी के बाद से वैक्सीनेशन का काम शुरू होने वाला है. इस बीच देश में कोरोना के मामले घटते दर से बढ़ रहे हैं.
Coronavirus Recovery in India: भारत में दो-दो कोरोना वैक्सीन विकसित होने के बाद 14 जनवरी के बाद से वैक्सीनेशन का काम शुरू होने वाला है. इस बीच देश में कोरोना के मामले घटते दर से बढ़ रहे हैं. देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 18,088 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,03,74,932 हो गई है. जबकि, 264 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 1,50,114 हो गई है.
देश में सक्रिय मामलों की संख्या अब 2,27,546 और कुल रिकवरी की संख्या 99,97,272 है. यानी कोरोना से रिकवरी हुए लोगों की संख्या अब एक करोड़ पहुंचने वाली है. 18 दिसंबर को संक्रमितों की संख्या एक करोड़ हुई थी, जिसके 18 दिन बाद ठीक होनेवालों की संख्या एक करोड़ होने के करीब पहुंच गई है.
जी हां, भारत में कोरोना को मात देनेवालों की संख्या अब करीब एक करोड़ हो गयी है. संक्रमण का पहला केस आने के 340 दिन बाद यह हुआ है. अब केवल 2.25 लाख लोग ऐसे हैं, जो कोरोना को शिकस्त देने की तैयारी में हैं. अमेरिका के बाद भारत दूसरा ऐसा देश है, जहां एक करोड़ कोविड संक्रमित ठीक हुए हैं. आंकड़ों पर गौर करें तो 2 मार्च को भारत में कोरोना से 3 लोग रिकवर हुए थे. जो बढ़ते बढ़ते आज यानी 6 जनवरी को 99,97,272 पहुंच गये.
रिकवरी हुए लोगों की संख्या
2 मार्च 03
1 अप्रैल 169
1 मई 1021
1 जून 95,744
1 जुलाई 3,59,905
1 अगस्त 11,46,917
1 सितंबर 28,99,528
1 अक्तूबर 53,48,746
1 नवंबर 75,42,905
1 दिसंबर 89,31,803
1 जनवरी 99,05,570
17 करोड़ से ज्यादा हुए कोरोना टेस्टः भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के मुताबिक, तीन जनवरी तक कोरोना वायरस के लिए कुल 17 करोड़ 65 लाख कोरोना के सैंपल टेस्ट किए गए है. देश में पॉजिटिविटी रेट सात फीसदी से ज्यादा है. कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य केरल और महाराष्ट्र है. देश में कोरोना के कुल सक्रिय मामलों में 40 फीसदी मामले अकेले महाराष्ट्र और केरल के हैं.
कोरोना का सबसे ज्यादा कहर अमेरिका में टूट रहा है. बीते 24 घंटे में अमेरिका में कोरोना से 39 सौ लोगों की मौत हो गई है. गौरतलब है कि देश में फाइजर और मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद टीकाकरण का अभियान भी बड़े पैमाने पर शुरू हो चुका है. कोरोना का सबसे ज्यादा प्रभाव अमेरिका पर पड़ा है. इसके बाद ब्रिटेन भी कोरोना से खासा प्रबावित है. यहां कोरोना के नये स्ट्रेन मिलने से हडकंप मचा हुआ है.
Also Read: सोशल मीडिया में ISRO के वैज्ञानिक का दावा, कहा- जहर देकर की गई मारने की कोशिश
Posted by: Pritish sahay