नयी दिल्ली : भारत कोरोनावायरस से संक्रमित गंभीर मरीजों की संख्या के मामले में दूसरे नंबर पर है, जबकि पहले स्थान पर अमेरिका है, जहां भारत के मुकाबले गंभीर मरीजों की संख्या लगभग दोगुने हैं. वहीं दुनिया में नया हॉटस्पॉट बन चुका ब्राजील इस श्रेणी में तीसरे नंबर पर है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार भारत में तकरीबन 2 लाख 56 हजार मरीजों में से गंभीर मरीजों की संख्या 8944 है, वहीं अमेरिका में 20 लाख मरीजों की संख्या में 16 हजार से अधिक मरीज हैं, जबकि ब्राजील 8318 गंभीर मरीजों की संख्या के साथ तीसरे नंबर पर है.
स्वास्थ्य मंत्रालय की मानें तो देश में कोरोनावायरस के पांच फीसदी मरीज गंभीर स्थिति में हैं जिनमें दो फीसदी को आईसीयू की जरूरत होती है. वहीं 1.91 फीसदी लोगों को ऑक्सीजन भी चढ़ाया जाता है. इनमें अधिकतर बीपी, हार्ड आदि प्रॉब्लम के मरीज रहते हैं.
10 लोगों पर एक वेंटिलेटर- इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना के मरीजों के लिए भारत में 84 हजार लोगों पर मात्र एक आइसोलेशन बेड है और 36 हजार लोगों पर सिर्फ एक कोरेंटिन बेड. रिपोर्ट के अनुसार 15 मई तक भारत में 18855 वेंटिलेटर उपलब्ध है. यानी औसतन 10 मरीजों पर 1 वेंटिलेटर. हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि वर्तमान में 100 में से सिर्फ 3 या 4 मरीज को ही वेंटिलेटर की जरूरत हो रही है. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि सरकार ने 60000 वेंटिलेटर का ऑर्डर दिया है.
मौत का दर डराने वाला- कोरोनावायरस संक्रमण से पिछले 10 दिनों में मौत के आंकड़ों का जो दर है वो डराने वाला है. स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार 3 मई से 17 मई तक प्रतिदिन औसतन 111 लोगों की मौत हो रही थी, जो अब 10 दिनों में बढ़कर 183 हो गयी है.
दुनिया में 70 लाख से अधिक मरीज- डबल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में कोरोनावायरस संक्रमित मरीजों की संख्या 70 लाख से अधिक हो गई है, जबकि इस वायरस से मरना वालों की संख्या 4 लाख के पार कर चुकी है. इस वायरस से अब तक दुनिया के 216 देश प्रभावित हैं. वहीं भारत में 2लाख 60 हजार से अधिक लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं.
Posted By : Avinish Kumar Mishra