नयी दिल्ली : देश इस समय कोरोना संकट के दौर से गुजर रहा है. भारत के विभिन्न जगहों में कोरोना संकट को बढ़ाने के लिए दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल लोगों को भी माना जा रहा है. इस बीच जमात की तारीफ करना एक आईएएस ऑफिसर को भारी पड़ गया. तबलीगी जमात की तारीफ करने पर सरकार ने उसे नोटिस थमा दिया.
दरअसल मामला कर्नाटक की है. सीनियर आईएएस अधिकारी मोहम्मद मोहसिन ने कोरोना मुक्त हो चुके तबलीगी जमात के सदस्यों के प्लाज्मा डोनेशन को लेकर टिप्पणी की थी. मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार आईएएस अधिकारी ने अपने ट्विटर अकाउंट में लिखा था कि 300 से अधिक तबलीगी हीरो अकेले दिल्ली में अपना प्लाज्मा डोनेट कर रहे हैं, जिसे मीडिया में नहीं दिखाया जा रहा है.
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1996 बैच के आईएएस अधिकारी के उस ट्वीट पर भारी बवाल हुआ था, लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि एक सीनियर आईएएस अधिकारी को इस तरह का ट्वीट नहीं करना चाहिए.
मूल रूप से बिहार के रहने वाले कर्नाटक कैडर के आईएएस अधिकारी मोहसिन के जमाती की तारीफ में किये गये ट्वीट पर कर्नाटक सरकार ने नाराजगी जाहिर की है. कर्नाटक सरकार ने सीनियर आईएएस अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है. नोटिस में सरकार ने कहा, ‘इस ट्वीट को मीडिया में मिले निगेटिव कमेंट्स का सरकार ने गंभीरता से संज्ञान लिया है. कोरोना वायरस गंभीर मामला है और इससे निपटने के लिए संवेदनशीलता बेहद जरूरी है.’
मालूम हो दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात कार्यक्रम के कारण देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में अचानक वृद्धि हुई. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुछ दिनों पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि दिल्ली में कोरोना के मामलों में 60 प्रतिशत से अधिक मामले जमातों के कारण आये हैं, वहीं देश में जमात के कारण 29 प्रतिशत कोरोना मामले आये हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी अपने यहां कोरोना संकट के लिए जमातियों को जिम्मेदार ठहराया था.
गौरतलब है कि इस समय देश में कोरोना वायरस के कारण 1218 लोगों की मौत हो चुकी है और 37336 लोग संक्रमित हो चुके हैं. हालांकि अब तक कोरोना से 9951 लोग ठीक भी हो गये हैं. देश में कुल एक्टिव केस 26167 है.
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