coronavirus update ,tablighi jamaat, markaz: भारत में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है जिसने केंद्र के साथ-साथ राज्य सरकारों की चिंता बढ़ा दी है. तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच तबलीगी जमात को लेकर केंद्र से राज्य सरकारों तक का रुख कड़ा होता जा रहा है. केंद्र सरकार के बयान के अनुसार 4000 पॉजिटिव केस में से 1445 मामले का संबंध तबलीगी जमात से है. देशभर के करीब 9000 लोगों ने मरकज के धार्मिक सभा में भाग लिया था. इधर, पंजाब सरकार ने पिछले महीने दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित तबलीगी जमात कार्यक्रम में शामिल हुए उन सभी लोगों से 24 घंटे के अंदर प्रशासनिक अधिकारियों को सूचित करने को कहा है जो राज्य में लौटने के बाद छिप कर रह रहे हैं. ऐसा नहीं करने पर उन लोगों को आपराधिक मुकदमे का सामना करना पड़ेगा.
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पंजाब के स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि धार्मिक सभा में शामिल होने वाले जो लोग इस समय सूबे में हैं उन्हें अगले 24 घंटों के भीतर अधिकारियों को सूचित कर कोविड-19 की जांच के लिए उपस्थित होना होगा. जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए कुल 467 लोगों में से पंजाब पुलिस अब तक 445 लोगों का पता लगा पायी है. उनमें से 350 लोगों की जांच करने के बाद 12 लोगों में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है. बाकि 111 नमूनों की जांच रिपोर्ट नकारात्मक आयी है. प्रवक्ता ने बताया कि 227 नमूनों की जांच रिपोर्ट प्रतिक्षित है.
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अपर मुख्य सचिव (गृह एवं सूचना) अवनीश कुमार अवस्थी ने जानकारी दी कि तबलीगी जमात के बारे में जो सूचना है, उसके मुताबिक अब तक 1551 लोग चिह्न्ति किये गये हैं, जिनमें से 1257 का परीक्षण कर उन्हें आइसोलेशन में भेजा गया है. अवस्थी ने बताया कि मेरठ से 232, बरेली से 227, कानपुर से 10, वाराणसी से 213, लखनऊ से 92, आगरा से 131 इनमें शामिल हैं. विदेशियों का ब्यौरा देते हुए उन्होंने बताया कि 323 विदेशी चिह्न्ति किये गये हैं जिनमें से 259 के पासपोर्ट जब्त कर लिये गये हैं. शेष 64 नेपाली हैं, जिनके पास कोई पासपोर्ट नहीं है. यूपी सरकार की ओर से कहा गया है कि राज्य में 314 पॉजिटिव केस हैं जिनमें से 168 का लिंक जमात से है.
नयी दिल्ली में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में हिस्सा लेकर तमिलनाडु लौटे लोगों में से मंगलवार को 63 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. पड़ोसी राज्यों केरल और कर्नाटक में भी जमात के आयोजन में शिरकत करके लौटे लोगों में कोविड-19 के संक्रमण की पुष्टि हुई है. राज्य सरकार ने बताया कि तमिलनाडु में मंगलवार तक 690 लोग के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है जिनमे से 637 वे लोग हैं जो या तो तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे या फिर शामिल होने वाले लोगों के संपर्क में आए थे.
दिल्ली की केजरीवाल सरकार भी तबलीगी जमात के मामले को लेकर सजग हो चुकी है. सरकार की ओर से जानकारी दी गयी है कि 1950 लोगों के फोन नंबर दिल्ली पुलिस को उपलब्ध कराये गये हैं जिनका संबंध जमात से है. वे इन नंबरों को ट्रेस कर रहे हैं. इस लोगों को निजामुद्दीन मुख्यालय से बाहर निकाला गया था. राज्य सरकारें जहां कोरोना की जंग में लगी हुईं हैं और इस बात को लेकर चिंतित हैं कि ज्यादातर मामले तबलीगी जमात से जुड़े हैं या इनके संपर्क में आये लोग कोरोना पॉजिटिव पाये जा रहे हैं. वहीं कुछ विपक्ष के नेता यह कहते नजर आ रहे हैं कि कोरोना को लेकर एक धर्म विशेष को परेशान किया जा रहा है.
सीपीआइ (M) महासचिव सीताराम येचुरी ने इस बाबत राष्ट्रपति को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र में लिखा है कि तबलीगी जमात को लेकर एक धर्म विशेष को टारगेट किया जा रहा है. उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए.