कोविड-19 संकट से जूझ रही दुनिया में इंतजार एक अदद कारगर, सुरक्षित और किफायती कोरोना वैक्सीन की है. इसी बीच एक ऐसी खबर सामने आई है जिससे वैज्ञानिकों को कोरोना वायरस को खत्म करने की उम्मीद मिली है. वैज्ञानिकों ने समुद्र के एक ऐसे सूक्ष्म जीव को खोज निकाला है जो वायरस को खाने में सक्षम है. इस जीव को स्पेन के कैटालोनिया स्थित मैन की खाड़ी और भूमध्यसागर में खोजा गया है. इसे वैज्ञानिकों ने ‘प्रोटिस्ट्स’ नाम दिया है. इसके खोज के साथ कोरोना वायरस को खत्म करने की उम्मीद जगी है. अभी वैज्ञानिकों का मानना है कि रिसर्च शुरुआती चरण में है और डिटेल स्टडी के बाद ज्यादा जानकारी मिलेगी.
आज तक के मुताबिक बिग्लो लेबोरेट्री फॉर ओशन साइंसेज की रिसर्चर और सूक्ष्मजीव को पता लगाने वाली जूलिया ब्राउन का कहना है कि ‘दुनियाभर में मौजूद किसी भी जीव-जंतु का डीएनए प्रोटिस्ट्स से नहीं मिलता है. जिन वायरसों से इंसान, पशु-पक्षी और पेड़-पौधे परेशान रहते हैं, उन्हें खाने वाले जीव का पता लगाया जाना बहुत बड़ी बात है.’ जूलिया का कहना है कि ‘प्रोटिस्ट्स पर वायरस संक्रमण होने की स्थिति में वो वायरस को ही शिकार बना लेता है. रिसर्च में पता चला प्रोटिस्ट्स ने वायरस को खा लिया है.’ जूलिया ब्राउन की प्रोटिस्ट्स पर डिटेल रिसर्च रिपोर्ट ‘फ्रंटियर्स इन माइक्रोबायोलॉजी’ मैगजीन में पब्लिश की गई है.
दूसरी तरफ विएना यूनिवर्सिटी के माइक्रोबियल इकोलॉजिस्ट क्रिश्चियन ग्रीबलर का दूसरा मत है. उनके मुताबिक ‘आखिर किसी सूक्ष्म जीव ने वायरस को कैसे खा लिया? अभी इस पर ज्यादा जांच करने की जरूरत है. अगर हकीकत में सूक्ष्म जीव ने वायरस को अपना आहार बनाकर नष्ट कर दिया है तो यह आने वाले दिनों में हमें खुश होने का मौका देगा.’ वैज्ञानिकों को प्रोटिस्ट्स में वायरस के अंश मिले हैं. इससे साफ होता है कि प्रोटिस्ट्स वायरस खाते हैं. इस स्थिति में कोरोना वायरस को खत्म करने में मदद मिलने की उम्मीद है.
रिपोर्ट में जिक्र है ‘जूलिया ब्राउन की टीम ने मैन की खाड़ी में 1700 प्रोटिस्ट्स की स्टडी की. इनमें 1700 प्रोटिस्ट्स में 10 अलग-अलग समूहों के थे. मैन की खाड़ी के 51 फीसदी और भूमध्यसागर के 35 फीसदी प्रोटिस्ट्स के वायरस को खाने की क्षमता का पता चला है. जीव के फूड चेन की गहराई से पड़ताल करने पर जरूरी जानकारियां सामने आ सकती हैं.’ हालांकि, अभी खोज शुरुआती चरण में है. लेकिन, इससे काफी उम्मीद बंधी है. इन सूक्ष्म जीवों से कई बीमारियों से बचाने वाली दवाएं भी मिल सकती हैं.