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Coronavirus : कोरोना के नये वेरिएंट ने बढ़ायी टेंशन, देश में मिला ओमिक्रॉन सबवेरिएंट BQ.1 का पहला मामला

Coronavirus Updates :अधिकारियों की मानें तो इस तरह के संक्रमण का भारत में यह पहला मामला है. महाराष्‍ट्र सर्विलांस ऑफिसर प्रदीप आवटे के अनुसार मामले में निगरानी रखने का काम किया जा रहा है.

By Amitabh Kumar | October 18, 2022 11:47 AM

Coronavirus Updates : क्या कोरोना एक बार फिर टेंशन में डालेगा ? दरअसल ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्‍योंकि सोमवार को मिले नये सबवेरिएंट ने चिंता बढ़ा दी है. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को जानकारी दी कि पुणे निवासी एक व्यक्ति में ओमिक्रॉन कोविड -19 सबवेरिएंट BQ.1 का संक्रमण पाया गया है.

अधिकारियों की मानें तो इस तरह के संक्रमण का भारत में यह पहला मामला है. महाराष्‍ट्र सर्विलांस ऑफिसर प्रदीप आवटे के अनुसार मामले में निगरानी रखने का काम किया जा रहा है. हाई रिस्क वाले मरीजों से एहतियात बरतने की अपील की गयी है. यहां चर्चा कर दें कि BQ.1 और BQ.1.1 ओमिक्रॉन, BA.5 सबवेरिएंट से ही पनपे वायरस हैं. इन दोनों ही वेरिएंट चिंता बढ़ाने वाले हैं और ज्‍यादा खतरनाक हैं.

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कोविड-19 के 1,542 नए मामले

इधर भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,542 नये मामले सामने आये हैं. अब देश में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 4,46,32,430, हो चुकी है. पिछले छह महीने में सामने आये ये सबसे कम दैनिक मामले हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से यह जानकारी दी गयी है. मंत्रालय के अनुसार कोरोना संक्रमण का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या घटकर 26,449 हो गयी है जो कुल मामलों का 0.06 प्रतिशत है.

लैंसेट स्‍टडी में क्‍या कहा गया

पिछले दिनों एक स्‍टडी की गयी जिसके अनुसार ओमिक्रॉन का बीए.2.75.2 स्वरूप रक्त में मौजूद एंटीबॉडी से खत्म नहीं होता है. साथ ही कोविड-19 एंटीबॉडी संबंधी कई उपचारों का भी इस पर असर नहीं होता है. यह स्‍टडी लैंसेट इंफेक्शस डिजीज नाम पत्रिका में छापी गयी है. स्वीडन के कैरोलिंस्का इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं के निष्कर्ष की मानें तो सर्दी के मौसम में सार्स-कोव-2 वेरिएंट से संक्रमण के बढ़ने का जोखिम है, जब तक कि नये विकसित वैक्‍सीन लोगों की प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ावा देने में मदद नहीं देते.

भाषा इनपुट के साथ

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