Corona Vaccine News : कोरोना वायरस वैक्सीन मामले में रूस के दावों पर सवाल उठने लगा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि रूस को वैक्सीन के बारे में डब्लूएचओ को जानकारी देनी चाहिए. तब तक के लिए वैक्सीन पर काम रोक देना चाहिए. वरना यह खतरनाक हो सकता है.
रूस के वैक्सीन पर सवाल उठाते हुए डब्लूएचओ ने कहा कि रूस ने वैक्सीन ट्रायल को लेकर कोई जानकारी साझा नहीं की है. इस वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल पर संशय है, रूस को वैक्सीन की प्रक्रिया को रोक देना चाहिए. डब्लूएचओ ज्ञक्रिस्टियन लिंडमियर ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि अगर किसी वैक्सीन का तीसरे चरण का ट्रायल किए बगैर ही उसके उत्पादन के लिए लाइसेंस जारी कर दिया जाता है, तो इसे खतरनाक मानना ही पड़ेगा. देश और दुनिया में कोरोना वायरस वैक्सीन से जुड़ी हर News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.
रूस ने स्पूतनिक वैक्सीन बनाया – बता दें कि रूस ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से बताया कि रूस ने वैक्सीन का परीक्षण कर लिया है. इस वैक्सीन का नाम स्पूतनिक वैक्सीन रखा गया है. जल्द ही यह वैक्सीन दुनिया के सामने उपलब्ध होगा. वैक्सीन से कोरोना खत्म हो जा रहा है.
इससे पहले, रूस ने कोरोना की पहली वैक्सीन तैयार कर ली है. इसकी घोषणा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कर दी है. इधर रूस की समाचार एजेंसी के मुताबिक रूस ने दुनिया की सबसे पहली कोरोना वैक्सीन को रजिस्टर करवा लिया है. व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि कोरोना वैक्सीन टेस्ट के दौरान सफल साबित हुई है. उन्होंने कहा कि उनकी एक बेटी ने भी वैक्सीन की डोज ली है और वह अच्छा महसूस कर रही है.
भारत ने कहा देखेंगे– रूस के कोरोना वैक्सीन पर एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा, यदि वैक्सीन सफल रहा, तो हमें गंभीर रूप से देखना होगा कि क्या यह सुरक्षित और प्रभावी है. उन्होंने कहा, भारत में वैक्सीन के बड़े पैमाने पर उत्पादन की क्षमता है. वहीं स्वास्थ्य मंत्री के सेक्रेटरी राजेश भूषण ने आज मीडिया को जानकारी दी कि देश में वैक्सीन को लेकर एक एक्सपर्ट की टीम गठित की गयी है, जिसकी बैठक कल होगी. इस बैठक में यह तय किया जायेगा कि रूस का यह वैक्सीन हमारे लिए उचित है या नहीं. वैक्सीन को कैसे और किस तरह लोगों तक पहुंचाया जाये.
Posted By: Avinish Kumar Mishra