Coronavirus Vaccine : कोरोना वैक्सीन को लेकर देश में बढ़ी रफ्तार, जानें कब तक आएगा बाजार में

Coronavirus Vaccine : कोविड-19 के वैक्सीन को लेकर गठित राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह ने विभिन्न टीकों की वर्तमान स्थिति की जानकारी लेने के लिए सोमवार को सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया, भारत बायोटेक और जाइडस कैडिला सहित प्रमुख घरेलू दवा विनिर्माण कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. इसी बीच खबर आ रही है कि मॉस्को में भारतीय दूतावास रूस के मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट के संपर्क में है जिसने दुनिया में कोरोना की पहली वैक्सीन रजिस्टर कराने का काम किया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 18, 2020 9:47 AM

Coronavirus Vaccine : कोविड-19 के वैक्सीन को लेकर गठित राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह ने विभिन्न टीकों की वर्तमान स्थिति की जानकारी लेने के लिए सोमवार को सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया, भारत बायोटेक और जाइडस कैडिला सहित प्रमुख घरेलू दवा विनिर्माण कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. इसी बीच खबर आ रही है कि मॉस्को में भारतीय दूतावास रूस के मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट के संपर्क में है जिसने दुनिया में कोरोना की पहली वैक्सीन रजिस्टर कराने का काम किया है.

इस संबंध में अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस ने एक खबर प्रकाशित की है. अखबार ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि भारतीय मिशन वैक्सीन को लेकर रूस से अलग बातचीत का प्रयास कर रहा है. यह काम मॉस्को में भारतीय दूतावास कर रहा है. भारत इस वैक्सीन के सुरक्षित होने और प्रभावी होने से जुडे डेटा का इंतजार कर रहा है.

सितंबर तक बाजार में आ जाएगी कोरोना की वैक्सीन : न्यूज एजेंसी रायटर्स की मानें तो, रूस इस महीने के अंत तक बड़े पैमाने पर वैक्सीन का उत्पादन शुरू कर देगा और सितंबर तक यह आम लोगों की पहुंच में होगा. पहले रूस ने घोषणा की थी कि सितंबर में वैक्सीन का उत्पादन शुरू होगा और अक्तूबर में पूरे देश में टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा.

वैक्सीन को लेकर बैठक : इधर कोविड-19 के वैक्सीन को लेकर गठित राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह की बैठक के संबंध में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि बैठक पारस्परिक रूप से लाभप्रद और फलदायी रही. बैठक में राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह को देशी कंपनियों द्वारा विकसित किए जा रहे विभिन्न टीकों के वर्तमान चरण के बारे में जानकारी दी गई. बैठक की अध्यक्षता नीति अयोग के सदस्य वी के पॉल ने की और इसकी सह-अध्यक्षता केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने की.

ब्रिटेन ने की अपील: ब्रिटेन की सरकार ने भारतीय मूल के लोगों सहित अन्य पृष्ठभूमि वाले अल्पसंख्यक समुदायों से और अधिक लोगों को कोविड-19 के संभावित वैक्सीन के चल रहे क्लीनिकल परीक्षणों में शामिल होने की अपील की है. इसके लिये विभिन्न समुदायों से संपर्क साधने के उपायों में गुजराती, पंजाबी, बांग्ला और उर्दू में प्रसारित लक्षित भर्ती कार्यक्रम भी शामिल हैं. समूचे ब्रिटेन में एक लाख से अधिक लोगों ने वैक्सीन के परीक्षणों में स्वयंसेवी के तौर पर हिस्सा लिया है. कोरोना वायरस के खिलाफ एक कारगर और सुरक्षित टीके की खोज में तेजी लाने की कोशिशों के तहत ऐसा किया गया है.

पीएम मोदी ने कही थी ये बात : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में कहा था कि भारत में कोविड-19 वैक्सीन अभी परीक्षण के विभिन्न चरणों में है और जैसे ही वैज्ञानिक इसे हरी झंडी देंगे, बड़े पैमाने पर इसके उत्पादन की तैयारी है ताकि कम से कम समय में यह अधिक से अधिक लोगों को उपलब्ध हो सके.

Posted By : Amitabh Kumar

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