केंद्र सरकार जल्द ही वैक्सीन लेने के बाद आपके शरीर पर पड़ने वाले प्रभावों को लेकर एक गाइडलाइन जारी करेगी. यह गाइडलाइन डॉक्टर्स के साथ- साथ वैक्सीन लेने वालों की भी मदद करेगी, इससे बेहतर इलाज संभव हो सकेगा. इस गाइडलाइन में वैक्सीन लेने के बाद अगर कुछ लोगों के शरीर में खून का थक्का जम गया है तो उन्हें इससे पहले क्या- क्या संकेत मिले ?
किस तरह की परेशानी हुई.समय रहते इसके बेहतर इलाज के लिए क्या किया जाता सकता है. इन बातों का जिक्र होगा. इस तरह के कुछ मामले देश में भी सामने आये जहां वैक्सीन लेने के बाद लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. कोरोना की वैक्सीन ऑस्ट्राजेनिका लेने के बाद कुछ लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. इस संबंध में गाइडलाइन तैयार की जा रही है.
इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि गाइडलाइन तैयार हो रही है. जिसमें वैक्सीन लेने के बाद के खतरों से आगाह किया गया है. यूरोप के कई देशों में इस तरह के मामले सामने आये जिसके बाद भारत में भी इस पर चर्चा शुरू हुई है.
इस गाइडलाइन में नेशनल कमेटी ने वैक्सीन लेने के बाद होने वाली परेशानियों पर शोध किया है. इसमें वैक्सीन एक्सपर्ट, शोधकर्ता सहित कई एक्सपर्ट शामिल थे . इस टीम ने 700 ऐसे लोगों की जांच की है जिन्हें वैक्सीन लेने के बाद परेशानियों को सामना करना पड़ा. इस शोध में जो परिणाम आये हैं उन्हें भी आने वाली गाइडलाइन में शामिल किया जायेगा.
एम्स के डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि हमारे देश के लोगों में प्लेटलेट्स कम होने वाले मरीजों की संख्या काफी कम है . इस वैक्सीन से संबंधित ज्यादातर परेशानियां विदेशों में है. जो परिणाम शोध के बाद सामने आये हैं उसके बाद गाइडलाइन बनाने में किसी तरह की परेशान का सामना नहीं करना पड़ेगा.
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अधिकारियों ने बताया कि H1N1 स्वाइन फ्लू के वक्त जब वैक्सीन दिया गया तो खासकर बच्चो में यह समस्या देखी गयी कि उन्हें सोने की बीमारी हो गयी. ये ज्यादातर उन बच्चों में था जिन्होंने वैक्सीन लिया था. इस पर हुए शोध के बाद कई चीजें निकलकर सामने आयी. कोरोना वैक्सीन ऑस्टाजेनिका से होने वाली परेशानियों को लेकर यह बात सामने आय़ी है कि युवाओं से ज्यादा बुजुर्गों में वैक्सीन के बाद परेशानियां देखी गयी हैं.