धूम्रपान करनेवालों और ‘O’ ब्लड ग्रुप वालों से दूर रहता है कोरोना, ‘AB’ और ‘B’ ग्रुप वालों को ज्यादा खतरा : CSIR सीरो सर्वे

CSIR sero survey, Coronavirus, Blood Group : नयी दिल्ली : भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के बीच काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंटस्ट्रियल रिसर्च (सीएसआईआर) ने एक रिसर्च पेपर प्रकाशित किया है. इसके अनुसार मांस खानेवाले कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या मांस नहीं खानेवालों से ज्यादा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 11, 2021 5:47 PM

नयी दिल्ली : भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के बीच काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंटस्ट्रियल रिसर्च (सीएसआईआर) ने एक रिसर्च पेपर प्रकाशित किया है. इसके अनुसार मांस खानेवाले कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या मांस नहीं खानेवालों से ज्यादा है.

साथ ही सीएसआईआर के रिसर्च में यह भी दावा किया गया है कि धूम्रपान करनेवालों और ‘ओ’ ब्लड ग्रुप वालों में कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा कम है. वहीं, ‘एबी’ और ‘बी’ ब्लड ग्रुप के लोगों में कोरोना संक्रमण का खतरा ज्यादा है.

चिकित्सक के मुताबिक, ऐसी संभावना है कि ब्लड ग्रुप ‘एबी’ और ‘बी’ की तुलना में ‘ओ’ ब्लड ग्रुप के लोगों का इम्यून सिस्टम बेहतर रिस्पॉन्स करता हो. हालांकि, इस पर शोध की जरूरत है. वहीं, ‘ओ’ ग्रुप के लोगों को खतरा नहीं है, ऐसी बात नहीं है. उन्हें भी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी है.

बताया जाता है कि सीएसआई ओर से करीब 40 संस्थानों पर किये गये सीरो सर्वे में यह बातें सामने आयी हैं. सीरो पॉजिटिविटी का अभिप्राय ब्लड टेस्ट में रोग प्रतिरोधक के लिए सकारात्मक परिणाम से हैं. यह सीएसआईआर -इंस्टीट्यृट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी द्वारा संचालित अध्ययन पर आधारित है.

अध्ययन में दावा किया गया है यह रिपोर्ट 10 हजार से ज्यादा युवाओं और उनके परिवार के सदस्यों के स्वैच्छिक आधार पर नमूने लिये गये थे. इन नमूनों का विश्लेषण 140 चिकित्सकों की टीम ने किया है.

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

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