Corona In Indian Army : भारत में कोरोना वायरस से अबतक 3 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि इससे संक्रमित मरीजों की संख्या 147 पहुंच चुकी है. इसी बीच कोरोना वायरस भारतीय सेना को भी चपेट में लेना शुरू कर दिया है. सेना के सूत्रों ने बुधवार को बताया कि लेह में 34 वर्षीय एक जवान कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है. यह भारतीय सेना में इस संक्रमण का पहला मामला है.
सशस्त्र बलों में किसी के कोविड-19 से संक्रमित होने का यह पहला मामला है. सैनिक लेह के चुचोट गांव का रहने वाला है और वायरस से संक्रमित अपने पिता के सम्पर्क में आने के कारण वह इसकी चपेट में आया है. सूत्रों ने बताया कि जवान के पिता ईरान से तीर्थ यात्रा करके ‘एयर इंडिया’ के विमान से 20 फरवरी को वापस लौटे थे और 29 फरवरी से ‘लद्दाख हार्ट फाउंडेशन’ में पृथक रह रहे हैं.
जवान 25 फरवरी से छुट्टी पर था और दो मार्च को वापस नौकरी पर लौटा था. सात मार्च को उसे बाकियों से पृथक कर दिया गया था और 16 मार्च को उसके वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई. सैनिक को ‘सोनम नूरबो मेमोरियल’ (एसएनएम)अस्पताल में पृथक रखा गया है. उसकी बहन, पत्नी और दो बच्चों को भी ‘एसएनएम हार्ट फाउंडेशन’ में एहतियाती तौर पर अलग रखा गया है.
बताया जा रहा है कि वह नौकरी पर वापस लौटने के बाद भी वह अपने पिता को पृथक रखे जाने के दौरान परिवार की मदद कर रहा था और कुछ समय चुचोट गांव में भी ठहरा था.
इधर, पुणे में कॉलेज ऑफ मिलिट्री इंजिनियरिंग में तैनात एक सैन्य अधिकारी में फ्लू के लक्षण दिखने के बाद उसे स्वयं को पृथक रखने को कहा गया है. सूत्रों ने बुधवार को बताया कि संस्थान में एक अन्य अधिकारी की पत्नी को भी खुद को पृथक रखने को कहा गया है. दोनों की कोरोना वायरस के संबंध में अभी जांच नहीं हुई है. अधिकारियों ने बताया कि कुछ स्थानों पर छुट्टी से लौटने के बाद अधिकारियों को एहतियातन पृथक रखा जा रहा है और कुछ स्थानों पर उनके शरीर के तापमान की जांच की जा रही है ताकि संक्रमण के लक्षण होने पर उनका पता लगाया जा सके. सेना ने बलों में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए अपने अधिकारियों को अनावश्यक यात्रा से बचने के लिए पहले ही कह दिया है.