यूरोपियों देशों में कोरोना महामारी का प्रकोप एक बार फिर बढ़ता जा रहा है. वैक्सीनेशन के बावजूद मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. हालात पिछले साल नवंबर की तरह बनते दिख रहे हैं. वहीं, महामारी से सबसे अधिक प्रभावित रहने वाले देश अमेरिका में मामलों में एक फिर उछाल देखने को मिल रहा है. ब्लूमबर्ग समाचार एजेंसी के अनुसार यूएस में वैक्सीनेशन के बावजूद सबसे संक्रामक डेल्टा वैरिएंट के मामले तेजी से आ रहे हैं.
अमेरिकी स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग की एजेंसी की तरफ से जारी आंकड़ों की मानें तो अमेरिका के कई हिस्सों में कोविड -19 के मरीजों के के बढ़ने की स्थिति पिछले साल नवंबर की तरह ही खराब हैं. एक साल की तुलना में इस साल नवंबर में कोरोना से संक्रमित या संदिग्ध मरीजों ने ज्यादा आईसीयू बेड लिया है. कोलोराडो में 41 फीसदी, मिनेसोटा में 37 फीसदी और मिशिगन में 34 फीसदी अधिक मरीज भर्ती हुए हैं.
प्रति व्यक्ति संक्रमितों के मिलने की दर मिशिगन में सबसे ज्यादा है. इसके बावजूद भी सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध हटाया गया है. हालांकि मास्क और वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है.
बता दें कि पिछले दो महीने से अमेरिका में मामले घट रहे थे लेकिन दो सप्ताह से अनाचक ही दैनिक मामलों में बढ़ोतरी हो रही है. अचानक बढ़े मामलों के पीछे डेल्टा वैरिएंट को बड़ा कारण माना जा रहा है. इसके अलावा ठंड के मौसम भी इसका कारण बताया जा रहा है. विशेषज्ञों की मानें तो देश में एक और लहर की आशंका बनी हुई है.
ठंड के मौसम में कोरोना के मामले बढ़ते हैं साथ ही वैक्सीनेशन की सुरक्षा भी धीरे धीरे कम हो रही है. आपको बता दें कि अमेरिका के अलावा जर्मनी, फ्रांस औ इंग्लैंड जैसे देशों में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. वहीं, ऑस्ट्रिया में सख्त लॉकडाउन लगा हुआ है.