केरल में कोराना से तीन की मौत, कितना खतरनाक है नया वेरिएंट JN.1? जानें इसके लक्षण के बारे में
देश में कोरोना के नए वैरिएंट जेएन.1 के 21 मामले देखने को मिले हैं जिसके बाद केंद्र सरकार अलर्ट मोड में आ गई है. केरल में COVID-19 के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं. जानें कितना खतरनाक है नया वेरिएंट JN.1 और क्या हैं लक्षण
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के नए वेरिएंट JN.1 को लेकर राज्यों को अलर्ट जारी किया है. इसके बाद से निगरानी बढ़ा दी गई है. जम्मू-कश्मीर से लेकर दक्षिण भारत के राज्यों तक कोरोना वायरस के लेकर सतर्कता बरती जा रही है. जैसे ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने COVID-19 वेरिएंट (JN.1) के लिए नया अलर्ट जारी किया, जम्मू के अस्पताल नए वेरिएंट के खिलाफ अलर्ट मोड में आ गये. डॉ. दारा सिंह, चिकित्सा अधीक्षक, श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल (जम्मू) ने कहा कि हमें उपलब्ध सभी आवश्यक दवाओं के साथ पूरी तरह तैयार रहने का निर्देश दिया गया है. आपको बता दें कि तीन राज्यों में कोरोना के नये वैरिएंट JN.1 ने अपनी दस्तक दे दी है. जिसमें गोवा, महाराष्ट्र और केरल शामिल हैं. इनमें गोवा सबसे ज्यादा प्रभावित है.
केरल में कोरोना से तीन की मौत
केरल में मामले टेंशन देने वाले हैं. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, केरल ने 20 दिसंबर को कोविड-19 के 300 नए सक्रिय मामले और 3 मौतों की सूचना दी. देश में कोविड-19 के कुल सक्रिय मामलों की संख्या 2669 है.
Kerala reported 300 new active cases of Covid-19 and 3 deaths on 20th December, as per the Ministry of Health and Family Welfare.
The total number of active cases of Covid-19 in the country is 2669. pic.twitter.com/k3Z6y5f9VO
— ANI (@ANI) December 21, 2023
नए वैरिएंट जेएन.1 के 21 मामले
देश में कोरोना के नए वैरिएंट जेएन.1 के 21 मामले देखने को मिले हैं जिसके बाद केंद्र सरकार अलर्ट मोड में आ गई है. इसको लेकर वैज्ञानिकों ने मौजूदा एहतियाती उपायों का पालन करने की सलाह दी है. विशेषज्ञों की मानें तो नए वैरिएंट का उभरना ना तो हैरानी की बात है, ना ही इससे घबराने की आवश्यकता है. संक्रमण हल्का है जो खतरनाक नहीं है. लोक स्वास्थ्य विशेषज्ञ चंद्रकांत लहरिया ने कहा कि जैसा कि इंफ्लूएंजा वायरस सहित अधिकांश श्वसन वायरस के साथ होता है. संक्रामक वायरस बदलते रहते हैं, इसलिए कोविड-19 के सब-वैरिएंट का उभरना आश्चर्य की बात नहीं है.
#WATCH | J&K: Dr Dara Singh, Medical Superintendent, Sri Maharaja Gulab Singh Hospital, Jammu says, "We have been directed to be fully prepared with all necessary medications available…" (20.12) https://t.co/FsgKO8psHr pic.twitter.com/zZD6OaAjhs
— ANI (@ANI) December 21, 2023
मोदी सरकार हुई एक्टिव
इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने स्वास्थ्य प्रतिष्ठानों की तैयारियों का जायजा बुधवार को लिया.साथ ही जेएन.1 को लेकर सतर्कता बरतने की अपील की और कहा कि कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है. हमें सतर्क रहने की जरूरत है. इससे घबराने की जरूरत नहीं है. वहीं, खबर है कि आइसीएमआर कोरोना के नए वैरिएंट जेएन.1 के जीनोम सिक्वेंसिंग पर काम कर रही है. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल ने जानकारी दी कि वैज्ञानिक समुदाय नए वैरिएंट की बारीकी से जांच कर रहा है.
Also Read: VIDEO: कोरोना के नए सब-वैरिएंट JN.1 पर झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कही ये बात
JN.1 के लक्षण क्या हैं?
कोविड वैरिएंट JN.1 के लक्षण क्या हैं? इस बारे में लोग गूगल पर सर्च कर रहे हैं. तो आइए जानते हैं कोरोना के नए वैरिएंट जेएन.1 के लक्षण क्या हैं..
-बुखार
-थकान
-नाक बहना
-गले में खराश
-सिरदर्द
-खांसी
-कंजेशन
-कुछ मामलों में स्ट्रो इंटेस्टाइनल समस्याएं भी संक्रमित में नजर आती है.
इन सबके बीच, डब्ल्यूएचओ ने ‘जेएन.1’ को ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ करार दिया है. डब्यूएचओ की ओर से कहा गया है कि इससे वैश्विक जनस्वास्थ्य के लिए ज्यादा खतरा नहीं है. डब्ल्यूएचओ ने हल्के वैरिएंट को ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ और गंभीर वैरिएंट को ‘वैरिएंट ऑफ कंसर्न’ के रूप में बांटना शुरू किया है.
JN.1 वैरिएंट क्या है?
JN.1 सब-वैरिएंट BA.2.86 (जिसे पिरोला के नाम से भी जाना जाता है) का एक नया सब-वैरिएंट है. अपने आप में यह तेजी से फैलने वाला ओमीक्रॉन वैरिएंट का एक ऑफ-शूट है. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यह अधिक प्रतिरक्षा प्रतिरोधी होता है. नवंबर में WHO वैज्ञानिकों द्वारा इसे वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट (VOI) के रूप में पहचाना गया.