नयी दिल्ली : कोरोना वायरस संकट के बीच साइबर हमलों का निशाना बनने के मामले में केरल सबसे ऊपर रहा. के7 कंप्यूटिंग की एक रपट के अनुसार फरवरी से मध्य अप्रैल तक राज्य में कोविड-19 से जुड़े दो हजार से अधिक साइबर हमले हुए. इसमें भी फिशिंग से जुड़े अधिकतर हमले टियर-1 श्रेणी के शहरों की तुलना में टियर-2 और टियर-3 शहरों में अधिक सामने आए हैं.
के7 कंप्यूटिंग की साइबर थ्रेट रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘फरवरी 2020 से मध्य अप्रैल 2020 के बीच साइबर हमलों की आवृत्ति में अचानक से बढ़ोत्तरी देखी गयी. यह दिखाता है कि कोरोना वायरस संकट का लाभ उठाकर साइबर धोखाधड़ी करने वाले वाले दुनियाभर में सक्रिय हैं. उनके निशाने पर व्यक्ति और कॉरपोरेट दोनों रहे.
रपट के अनुसार इन हमलों का लक्ष्य कंप्यूटर और मोबाइल उपकरण के माध्यम से उपयोक्ताओं की संवेदनशील जानकारी निकालना रहा. इसमें भी बैंकिंग और क्रिप्टो करेंसी खातों से जुड़ी जानकारी जुटाने को ज्यादा निशाना बनाया गया. इनमें से अधिकांश हमले कोविड-19 से जुड़ी जानकारी देने वाली फर्जी एप के माध्यम से किए गए.
छोटे शहरों में प्रति 10,000 उपयोक्ता पर 250 से अधिक हमले देखे किए गए. केरल के सबसे अधिक साइबर हमले कोट्टयम में 462, कन्नूर में 374, कोल्लम में 236 और कोच्चि में 147 दर्ज किए गए. पूरे राज्य में इस अवधि में करीब 2000 हमले दर्ज किए गए. इसी तरह दिल्ली में सात, मुंबई में 10, चेन्नई में 24, कोलकाता में पांच, हैदराबाद में 16, पुणे में 26 और बेंगलुरू में 15 हमले दर्ज किए गए. जबकि गाजियाबाद में यह 86 और लखनऊ में 53 रहे. राज्यों में केरल के बाद सबसे अधिक हमले पंजाब में 207 और तमिलनाडु में 184 रहे.