COVID-19: लॉकडाउन में घर पहुंचने की जद्दोजहद, दो ट्रकों में भरकर ले जाए जा रहे थे 300 लोग
कोरोना वायरस (coronavirus) महामारी के बढ़ते खतरे के मद्दनेजर भारत में किये गए लॉकडाउन का आज तीसरा दिन है. लोगों को यातायात बंद होने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में हताश प्रवासी मजदूरों की कई कहानियां सामने आ रही हैं.
कोरोना वायरस (coronavirus) महामारी के बढ़ते खतरे के मद्दनेजर भारत में किये गए लॉकडाउन का आज तीसरा दिन है. लोगों को यातायात बंद होने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हताश प्रवासी मजदूरों की इसी तरह की कई कहानियां सामने आ रही हैं. ताजा मामला आज का ही है. महाराष्ट्र के यवतमाल में दो ट्रकों से पुलिस ने तीन सौ ऐसे लोगों को बरामद किया है. जबकि हजारों लोग एक खाली रेलवे ट्रैक पर चल रहे थे. रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र के यवतमाल में पुलिस ने तेलंगाना के साथ राज्य की सीमा पर एक पुलिस चेक-पोस्ट पर नियमित निरीक्षण के दौरान प्रवासियों वाले ट्रकों को पकड़ा. यवतमाल के पुलिस अधीक्षक एम. राजकुमार ने कहा कि चालकों ने राजस्थान में आवश्यक सामान ले जाने का दावा किया था. लेकिन जब पुलिस और राजस्व अधिकारियों ने ट्रकों की जांच की, तो उन्होंने कई सौ लोगों को अंदर बैठे पाया. उन्होंने कहा ये मुख्य रूप से हैदराबाद से राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में लौट रहे श्रमिक हैं.
Maharashtra: Yavatmal police stopped two trucks carrying people, at a border check post on the Maharashtra-Telangana border. They were going to their home state Rajasthan from Telangana amid #CoronavirusLockdown. (26.03.2020) pic.twitter.com/iQusa0zvCX
— ANI (@ANI) March 26, 2020
रेलवे ट्रैक में अवैध रूप से यात्रा करने वाले मजदूरों की तस्वीरें उत्तर प्रदेश से भी आयीं हैं. न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार दिल्ली से भी बड़ी संख्या में मजदूर उत्तर प्रदेश के नजदीकी जिलों में अपने घरों के लिए रिंग रोड पर चलते दिखाई दे रहे हैं.उनका कहना है कि सरकार हमारे लिए आश्रय और भोजन की व्यवस्था कर रही है, लेकिन हमारे यहां कोई काम नहीं है. हम अपने परिवारों को पैसे कैसे भेजेंगे और उनकी देखभाल करेंगे? इधर, एक विशेष ट्रेन कानपुर रेलवे स्टेशन पर महाराष्ट्र के नासिक से लगभग 200 व्यक्तियों को उनके गृह राज्य उत्तर प्रदेश ले गई. सभी यात्रियों को स्टेशन पर स्क्रीन किया गया और उनके हाथों पर 14-दिवसीय क्वारेन्टीन लिखा गया.
बता दें कि कोरोना वायरस की महामारी भारत में अपने पैर पसारते ही जा रही है. शुक्रवार सुबह तक देश में कोरोना से पीड़ित लोगों की संख्या 700 के पार पहुंच गई. इस बीच इससे निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान किया है, उसका आज तीसरा दिन है. लॉकडाउन के चलते आम जनमानस को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है और हजारों मजदूर अपने घरों के लिए पैदल ही निकल रहे हैं..