नयी दिल्ली : कोरोना वायरस के संक्रमण से इस समय पूरी दुनिया तबाह है. अब तक कोरोना ने विश्व में 1 करोड़ 65 लाख से अधिक लोगों को अपनी चपेट में ले चुका है. बढ़ते संक्रमण के बीच कोविड – 19 के वैक्सीन पर भी तेजी से काम हो रहे हैं. इसबीच रूस से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. दावा किया जा रहा है कि 10 अगस्त तक कोरोना वायरस की वैक्सीन बाजार में उपलब्ध होगी.
रूस के वैज्ञानिकों का दावा है कि अगस्त के मध्य तक कोरोना वायरस की पहली वैक्सीन को मंजूरी मिल सकती है. रूसी अधिकारियों और वैज्ञानिकों ने सीएनएन को दिये साक्षात्कार में बताया कि वे वैक्सीन की मंजूरी के लिए 10 अगस्त या उससे पहले लाने की दिशा में काम कर रहे हैं.
यह भी दावा किया जा रहा है कि वैक्सीन सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों को दी जाएगी. इसके पीछे उनका मानना है कि इससे कोरोना वायरस के संक्रमण को कम किया जा सकता है और कोरोना के खिलाफ लड़ रहे योद्धाओं को मजबूती मिलेगी. मालूम हो वैक्सीन को मास्को स्थित गामालेया इंस्टीट्यूट में बनाया गया है.
इधर कोविड-19 की रोकथाम के लिए अमेरिकी जैव प्रौद्योगिकी कंपनी द्वारा विकसित टीका बंदरों में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में प्रभावी साबित हुआ है. एमआरएनए-1273 नाम का यह टीका मॉडर्ना और अमेरिका के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इन्फेक्शस डिसीज के वैज्ञानिकों ने मिलकर तैयार किया है.
बंदरों पर किए गए इस टीके के परीक्षण परिणाम ‘न्यू इंग्लैण्ड जर्नल ऑफ मेडिसिन’ में प्रकाशित हुए हैं. इस अनुसंधान में शामिल आठ बंदरों को तीन समूहों में बांटकर 10 या 100 माइक्रोग्राम के दो इंजेक्शन दिए गए. अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि टीका मिलने के बाद बंदरों में सार्स-कोव-2 को नियंत्रित करने वाली एंटीबॉडी काफी संख्या में उत्पन्न हो गईं.
इससे पहले रूस पर कोरोना वायरस के टीके से संबंधित जानकारी चुराने का आरोप भी लगाया गया था, हालांकि रूस ने अपने ऊपर लगे सारे आरोपों का खंडन किया है.
Posted By – Arbind Kumar Mishra