स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज एक बार लोगों को चेतावनी दी है कि वे कोरोना वायरस के थर्ड वेव को हल्के में ना लें. स्वास्थ्य विभाग के सचिव लव अग्रवाल ने कहा है कि यह जब आप कोरोना की तीसरी लहर के बारे में बात करते हैं तो आप यह समझें कि यह कोई वेदर अपडेट नहीं है, यह बहुत ही गंभीर बात है.
We would like to request to everyone — when we talk about the third wave (of COVID-19), we are taking it as a weather update and not understanding its seriousness and our responsibilities associated with it: Lav Agarwal, Joint Secretary, Health Ministry pic.twitter.com/TAMUnFp9bb
— ANI (@ANI) July 13, 2021
हमें यह समझना होगा कि हम एक गंभीर मसले पर बात कर रहे हैं और हमारी यह जिम्मेदारी है कि किसी तरह कोरोना के थर्ड वेव को रोका जाये और अगर हम इसे ना रोक पायें, तो यह प्रयास करें कि इससे कम से कम नुकसान हो.
नीति आयोग के सदस्य डाॅ वीके पाॅल ने वैश्विक स्तर की बात करें तो कई देश में कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है. ऐसे में यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम ऐसा कोई काम ना करें जो कोरोना के थर्ड वेव को निमंत्रण दे.
लव अग्रवाल ने कहा कि देश में कई पर्यटक स्थल और बाजारों में कोरोना प्रोटोकाॅल का उल्लंघन हो रहा है. अगर यही स्थिति रही तो हमें गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं. यह हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह देश को कोरोना की तीसरी लहर से बचाने में योगदान दें. पूर्वोत्तर राज्यों में कोरोना संक्रमण के केस बढ़ने पर इन्होंने चिंता जताती.
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा कि क्षतिपूर्ति को लेकर मॉडर्ना वैक्सीन के साथ बातचीत शुरू कर दी गयी है. लेकिन अभी उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया है. बातचीत सकारात्मक वातावरण में हो रही है.
Posted By : Rajneesh Anand