Covid Vaccine : कोरोना वायरस संक्रमण के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं. एम्स के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया के मुताबिक, टीकाकरण ही एकमात्र माध्यम है, जिससे कोविड पर नियंत्रण पाया जा सकता है. हालांकि उनके मुताबिक, वैक्सीन आपको इम्युनिटी देती है, आपको संक्रमण से नहीं बचाती है. यानी वैक्सीन की दोनों डोज के बाद भी कोरोना संक्रमण हो सकता है, लेकिन वह घातक नहीं होगा. वैक्सीनेशन की वजह से हमारे शरीर में मौजूद एंटीबॉडीज उसे आसानी से हरा देती हैं.
हाल में कोरोना के नये और अधिक संक्रामक स्ट्रेन सामने आये हैं. ऐसे में मास्क पहन कर और सोशल डिस्टेंसिंग (दो गज दूरी) का पालन कर ही हम कोरोना के प्रसार को कम कर सकते हैं. दरअसल, टीकाकरण के बाद भी बहुत कम ही सही, लेकिन आप कैरियर के रूप में किसी अन्य को संक्रमित कर सकते हैं.
वैक्सीन के दोनों डोज के बाद भी कोरोना संक्रमण हो सकता है. हालांकि, ऐसा बहुत कम ही होता है. एफिकेसी डेटा की स्टडी के मुताबिक, अपने देश में बनी कोवैक्सीन की एफिकेसी 80 प्रतिशत बतायी गयी है. यानी इसको लगाने के बाद 20 प्रतिशत आशंका है कि आपको कोरोना हो सकता है. वहीं कोविशिल्ड की एफिकेसी 70 प्रतिशत के आसपास है.
वैक्सीन के दोनों डोज लेने के बाद यदि आप किसी तरह कोरोना संक्रमित के संपर्क में आ जाते हैं और किसी लक्षण का अनुभव नहीं कर रहे हैं, तो आपको कोरेंटीन होने या घबराने की जरूरत नहीं है. हां, यदि आपको खांसी, बुखार, सांस की तकलीफ, दस्त या कोविड -19 के अन्य लक्षण दिखें, तो कोरेंटीन रहते हुए टेस्ट करवाना चाहिए.
भले ही इस बार लॉकडाउन न लगा हो और आपने वैक्सीन के दोनों डोज भी लगवा रखे हों, लेकिन जब तक कहीं जाना अनिवार्य न हो, तब तक यात्रा से परहेज करना ही बेहतर रहेगा. यात्रा कि स्थिति में कोविड प्रोटोकॉल का अवश्य पालन करें.
आपको अपने कोविड-19 टीकाकरण का रिकॉर्ड संभाल कर रखना चाहिए. भविष्य में आपको विदेश यात्रा या अन्य किसी मीटिंग में भाग लेने के लिए इसके प्रमाण की आवश्यकता हो सकती है. यूएस में कई कंपनियां डिजिटल पासपोर्ट बनाने पर काम कर रही हैं, जिसमें टीकाकरण की स्थिति भी शामिल होगी.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.