गौर से सुनें और रहें सावधान ! हवा से फैलता है कोरोना, वैक्सीन नहीं बनी तो भारत में होगा बुरा हाल
कोरोना वायरस के संक्रमण ने पूरी दुनिया को परेशान कर दिया है. इस वायरस का संक्रमण हवा से भी फैलता है. जी हां, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी हवा से कोरोना वायरस के फैलने की बात मान ली है. डब्ल्यूएचओ की तकनीकी लीड बेनेडेटा अल्लेग्रांजी ने कहा कि कोरोना वायरस के हवा से फैलने के सबूत मिल रहे हैं, लेकिन अभी हमें रिजल्ट तक पहुंचने में वक्त लगेगा.
कोरोना वायरस के संक्रमण ने पूरी दुनिया को परेशान कर दिया है. इस वायरस का संक्रमण हवा से भी फैलता है. जी हां, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी हवा से कोरोना वायरस के फैलने की बात मान ली है. डब्ल्यूएचओ की तकनीकी लीड बेनेडेटा अल्लेग्रांजी ने कहा कि कोरोना वायरस के हवा से फैलने के सबूत मिल रहे हैं, लेकिन अभी हमें रिजल्ट तक पहुंचने में वक्त लगेगा.
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जगहों में हवा से कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. खासकर ऐसी जगहों पर जहां काफी भीड़ हो या फिर कोई जगह बंद हो. या ऐसा स्थान जहां हवा ठीक से आ-जा नहीं रही हो. हालांकि, उन्होंने कहा कि इसको लेकर सबूतों को इकट्ठा करने और इसकी व्याख्या करने की जरूरत है. हम इसका समर्थन करते हैं.
वहीं, डब्ल्यूएचओ में महामारी के तकनीकी प्रमुख वान केरखोव ने कहा कि डब्ल्यूएचओ आने वाले समय में वायरस के प्रसार के तरीकों पर स्थिति स्पष्ट करने के लिए एक संक्षिप्त वैज्ञानिक विवरण प्रकाशित करेगा. उन्होंने कहा कि संक्रमण को रोकने के लिए केवल शारीरिक दूरी ही नहीं, बल्कि निश्चित जगहों के लिए मास्क पहनना और जरूरी हो जायेगा.
बता दें कि हाल ही में 32 देशों के 239 वैज्ञानिकों ने दावा किया था कि कोरोना हवा से भी फैलता है. वैज्ञानिकों ने डब्ल्यूएचओ को एक खुला पत्र लिख कर इन दावों पर गौर करने और दिशा-निर्देशों में बदलाव करने की गुजारिश की थी.
अगर कोरोना वैक्सीन नहीं बनी तो भारत में होगा बुरा हाल : अमेरिका के प्रतिष्ठित मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआइटी) के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि अगर कोरोना का टीका या दवा विकसित नहीं हुआ, तो मार्च 2021 तक भारत में रोजाना संक्रमण के 2.87 लाख नये मामले सामने आ सकते हैं. एमआइटी के प्रोफेसर हाजिर रहमानदाद और जॉन स्टरमैन, पीएचडी स्कॉलर यांग लिम ने संक्रमण से प्रभावित शीर्ष 10 देशों के दैनिक संक्रमण दर के आधार पर अनुमान लगाया है कि भारत में 2021 की सर्दियों के अंत तक रोजाना 2.87 लाख नये मामले आ सकते हैं. इसके बाद अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका, ईरान, इंडोनेशिया, ब्रिटेन, नाइजरिया, तुर्की, फ्रांस और जर्मनी का स्थान होगा. शोधकर्ताओं ने 84 देशों में भरोसेमंद जांच आंकड़ों के आधार पर गतिशील महामारी मॉडल विकसित किया है. इन 84 देशों में दुनिया की 4.75 अरब लोग रहते हैं. शोधकर्ताओं ने कहा कि लापरवाह रवैये और खतरे को सामान्य मानने से महामारी विकराल रूप ले लेगी. शोधकर्ताओं के मुताबिक, 18 जून से अब तक मामलों और मृत्युदर आधिकारिक आंकड़ों के मुकाबले क्रमश: 11.8 और 1.48 गुना अधिक है.
Posted By : Amitabh Kumar