coronavirus, covid-19 world update: कोरोनावायरस सकंट के बीच यूरोपीय संघ(ईयू) एक जुलाई से 15 देशों में अपनी सीमाएं खोलने पर सहमत हो गया है. अमेरिका, रूस, ब्राजील और भारत जैसे अन्य कई बड़े देशों के यात्रियों को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी. इन देशों में बढ़ते कोरोना मामलों के मद्देनजर ये फैसला लिया गया है. कोरोना को फैलने से रोकने के लिए ऐहतियातन कई नियम भी बनाए गए हैं. जिसका पालन यूरोपीय देश में दाखिल होने वाले लोगों को करना जरूरी होगा.
ईयू के राजनयिक के मुताबिक अमेरिका में कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए अमेरिकियों के यूरोप आने पर कुछ और समय के लिए रोक जारी रखी गई है. यूरोपीय संघ के 27 सदस्य देशों में जिन देशों के नागरिकों को प्रवेश की अनुमति दी जाएगी उनमें अल्जीरिया, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जॉर्जिया, जापान, मोंटेनेग्रो, मोरक्को, न्यूजीलैंड, रवांडा, सर्बिया, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, ट्यूनीशिया और उरुग्वे शामिल हैं.ईयू के मुताबिक इस सूची को हर 14 दिनों में अपडेट किया जाना है और इसमें नए देशों को जोड़ा जा सकता है या कुछ देशों को सूची से हटाया जा सकता है.
यह इस बात पर निर्भर करेगा कि वे अपने यहां इस बीमारी पर काबू पा रहे हैं या नहीं. चीन ने इस सूची में जगह बनाई, जिसे हर दो सप्ताह में अपडेट किया जाएगा, लेकिन इस शर्त पर कि बीजिंग यूरोपीय लोगों के लिए ऐसा ही करता है. गौरतलब है कि कोरोनावायरस का यूरोप की अर्थव्यवस्था पर भी बुरी तरह असर पड़ा है. यूरोपीय संघ के देश अपने पर्यटन उद्योग को दोबारा से खड़ा करने के लिए बेताब है.
.@EUCouncil agrees to start lifting travel restrictions for residents of some third countries
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— EU Council Press (@EUCouncilPress) June 30, 2020
दक्षिण यूरोप के ग्रीस, स्पेन और इटली जैसे देश पर्यटकों को खासे आकर्षित करते हैं. ऐसा बताया जाता है कि यूरोप की यात्रा करने वालों में अमेरिका के लोगों की अच्छी खासी संख्या है. खबरों की माने से हर करीब डेढ़ करोड़ से ज्यादा यूएस नागरिक यूरोप घूमने के लिए आते हैं.बता दें कि अब तक दुनियाभर में कोरोनावायरस पॉजिटिव मामलों का आंकड़ा एक करोड़ दो लाख के ऊपर जा चुका है. साथ ही 5 लाख चार हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
भाषा के मुताबिक, यूरोपीय संघ की विमानन सुरक्षा एजेंसी ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान की राष्ट्रीय एयरलाइन को कम से कम छह महीने तक यूरोप में उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी जाएगी. यह फैसला पाकिस्तान के के विमानन मंत्री के इस वक्तव्य के बाद आया हे कि लगभग एक तिहाई पाकिस्तानी पायलटों ने पायलट की अपनी परीक्षा धोखाधड़ी से पास की है.
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) के प्रवक्ता अब्दुल्ला हफीज ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण पीआईए यूरोप के लिए उड़ान नहीं भर रही है, लेकिन विमानन कंपनी को अगले दो महीनों के भीतर ओस्लो, कोपेनहेगन, पेरिस, बार्सिलोना और मिलान के लिए फिर से उड़ान शुरू करने की उम्मीद की थी. बता दें कि कराची में 22 मई को एक पीआईए विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के चलते 97 लोगों की मौत की जांच में पता चला कि पाकिस्तान में 860 पायलटों में 260 ने अपनी पायलट परीक्षा में धोखाधड़ी की थी, लेकिन फिर भी नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने उन्हें लाइसेंस दे दिए.
Posted By: Utpal kant