Coronavirus 4th Wave: भारत में कोरोना की चौथी लहर जून से होगी शुरू ? जानें कब तक रहेगा इसका असर

Coronavirus 4th Wave: कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने कहा है कि कि कोविड-19 का नया XE वेरिएंट 8 देशों में कहर बरपा रहा है. ऐसे देशों से आने वाले लोगों की जांच की जा रही है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मास्क अभी भी जरूरी है और इसमें अभी कोई ढिलाई बरतने से बचना चाहिए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 14, 2022 12:44 PM

Coronavirus 4th Wave: देश में कोरोना वायरस की चौथी लहर को लेकर कई बातें कही जा रही हैं जिसने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. इस बीच कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर (K. Sudhakar) का बयान आया है जिसकी चर्चा हो रही है. उन्होंने कहा है कि पूर्वानुमान संबंधी स्टडीज से पता चलता है कि कोरोना की चौथी लहर जून-जुलाई में शुरू हो जाएगी जो सितंबर तक चलेगी. आगे के. सुधाकर ने कहा है कि कर्नाटक कोरोना की चौथी लहर (Corona Fourth Wave) का सामना करने के लिए तैयार है. फिलहाल इससे घबराने की आवश्‍यकता नहीं है.

कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डा. के. सुधाकर ने कहा है कि कि कोविड-19 का नया XE वेरिएंट 8 देशों में कहर बरपा रहा है. ऐसे देशों से आने वाले लोगों की जांच की जा रही है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मास्क अभी भी जरूरी है और इसमें अभी कोई ढिलाई बरतने से बचना चाहिए. लेकिन चौथी लहर के बारे में चिंता करने की मुझे लगता है कोई कोई जरूरत नहीं है.

पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1000 से ज्‍यादा नये मामले

इधर देश में पिछले 24 घंटे में फिर एक हजार से ज्‍यादा नये कोरोना के मामले सामने आये हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जो आंकड़ा जारी किया गया है उसके अनुसार, कोरोना वायरस संक्रमण के 1,007 नये मामले सामने आने के बाद देश में अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 4,30,39,023 हो चुकी है. वहीं, इलाज करा रहे मरीजों की संख्या बढ़कर 11,058 पर पहुंच गई है.

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डब्ल्यूएचओ ने क्‍या कहा

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि वह कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के ‘कई वंशानुगत स्वरूपों” पर नजर रख रहा है, जिसमें दो सब वैरिएंट भी शामिल हैं. इन वैरिएंट में प्रतिरक्षा प्रणाली से बच निकलने की क्षमता के साथ अतिरिक्त म्यूटेशंस होते हैं. ओमिक्रॉन वैरिएंट दुनियाभर में संक्रमण का प्रमुख वैरिएंट बना हुआ है. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि वह बीए.1, बी.2, बीए.3 के साथ-साथ अब बीए.4 और बीए.5 समेत ओमिक्रॉन के ‘‘चिंताजनक वैरिएंट” के तहत कई वंशानुगत वैरिएंट पर नजर रख रहा है. इसमें बीए.1/बीए.2 का मिलाजुला एक्सई वैरिएंट भी शामिल है.

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