कोविशील्ड, कोवैक्सिन या स्पुतनिक V- कौन कितना प्रभावी, किसके ज्यादा साइडइफैक्ट और कौन सबसे महंगा

भारत की दोनों वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन का इस्तेमाल जनवरी महीने से ही हो रहा है जबकि स्पुतनिक के इस्तेमाल की इजाजत पिछले सप्ताह ही दी गयी है. रूस की यह वैक्सीन भारत में डॉ रेड्डी लेबोरेटरी के साथ मिलकर काम कर रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 20, 2021 2:38 PM

कोरोना से लड़ने के लिए सबसे ताकतवर हथियार के रूप में वैक्सीन काम कर रही है. भारत में इस वक्त तीन वैक्सीन है जो कोरोना सक्रमण से लड़ने में मदद कर रही है. इनमें सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड को सबसे पहले इजाजत मिली फिर आयी भारत बॉयोटेक की कोवैक्सीन इसके बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने रूस की वैक्सीन स्पुतनिक V.

भारत की दोनों वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन का इस्तेमाल जनवरी महीने से ही हो रहा है जबकि स्पुतनिक के इस्तेमाल की इजाजत पिछले सप्ताह ही दी गयी है. रूस की यह वैक्सीन भारत में डॉ रेड्डी लेबोरेटरी के साथ मिलकर काम कर रही है.

कोविशील्ड की कीमत, असर और साइड इफैक्ट


Also Read: देश में बढ़ रहा है ब्लैक फंगस का खतरा, 1800 से ज्यादा मामले दर्ज

कोविशील्ड को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका ने मिलकर तैयार किया है. इसे पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बनाया है. यह दुनिया भर में इस्तेमाल की जा रही वैक्सीन है. कोवीशील्ड एक वायरल वेक्टर की जैसी वैक्सीन है. कोविशील्ड को सिंगल वायरस के जरिए बनाया गया है.

इस वैक्सीन की कीमत केंद्र सरकार ने 150 रुपये रखी थी राज्य सरकार ने 400 रुपये रखी और प्राइवेट अस्पतालों में यह 600 रुपये में दिया जा रहा है.

साइड इफैक्ट इस वैक्सीन को लेने के बाद वैक्सीन ली हुई जगह पर दर्द, लाल होना, बुखार हो जाना, बदन दर्द होना जैसी समस्या हो सकती है.

कोवैक्सिन की कीमत, असर और साइड इफैक्ट

कोवैक्सिन को ICMR और भारत बायोटेक ने तैयार किया है. इस वैक्सीन में डेड वायरस है जो आपके शरीर में जाता है और एंटीबॉडी पैदा करता है. यह असली वायरस को पहचानने के लिए तैयार करता है और संक्रमण होने पर उससे लड़ता है. इसकी प्रभाविकता 78 फीसदी है. कोवैक्सिन कोरोना के सभी वेरिएंट्स में असरदार माना गया है.

साइड इफैक्ट- सूजन, इंजेक्शन स्थल पर दर्द, बुखार, पसीना और/या ठंड लगना, शरीर में दर्द, खुजली, सरदर्द

इसकी कीमत कोविशील्ड से थोड़ी ज्यादा महंगी है. राज्य सरकार के लिए इसकी कीमत 400 रुपये है. प्राइवेट अस्पताल में 1200 रुपये है जबकि भारत बॉयोटेक 150 रुपये में सरकार को दे रहा है.

Also Read: AIIMS New Gudielines : ब्लैक फंगस को कैसे पहचाने ? क्या करें और क्या ना करें
स्पुतनिक की कीमत, असर और साइड इफैक्ट

कोविशील्ड की तरह यह भी वायरल वेक्टर वैक्सीन है. इसमें दो वायरस हैं और दोनों डोज अलग – अलग हैं. स्पुतनिक V 91.6 फीसदी प्रभावी बताया गया है. इसे सबसे बेहतर वैक्सीन कहा जा सकता है. वैक्सीन शरीर में पहुंचते ही इम्यून सिस्टम सक्रिय हो जाता है.

इस वैक्सीन को लेने से : सरदर्द -थकान – वैक्सी वाली जगह पर दर्द और बुखार हो सकता है.

इसकी कीमत : डॉ रेड्डी लेबोरेटरी ने अपोलो अस्पताल के साथ समझौता किया है और वैक्सीन की कीमत 1250 रुपये रखी गयी है. इस वक्त वैक्सीन रूस से 948 रुपये में खरीदी जा जा रही है.

Next Article

Exit mobile version