प्रॉपर्टी में बहन को हिस्सा न देना पड़े इसलिए आइसक्रीम में जहर देकर मार डाला, पिता भी हुए साजिश के शिकार
केरल के कासरगोड जिले में रिश्तों को शर्मसार करने का मामला सामने आया है. संपत्ति के लालच में एक आरोपी शख्स ने अपनी बहन को आइसक्रीम में जहर देकर मार डाला. पुलिस ने हत्याकांड के खुलासे के बाद बताया कि आरोपी का प्लान अपने मां-बाप को मारने का था लेकिन वो संयोग से बच गए. कासरगोड जिले के वेल्लारीकुंडु पुलिस ने गुरुवार को आरोपी अल्बीन बेनी को गिरफ्तार किया. वह ऑटोमोबाइल मेकेनिक है.
केरल के कासरगोड जिले में रिश्तों को शर्मसार करने का मामला सामने आया है. संपत्ति के लालच में एक आरोपी शख्स ने अपनी बहन को आइसक्रीम में जहर देकर मार डाला. पुलिस ने हत्याकांड के खुलासे के बाद बताया कि आरोपी का प्लान अपने मां-बाप को मारने का था लेकिन वो संयोग से बच गए. कासरगोड जिले के वेल्लारीकुंडु पुलिस ने गुरुवार को आरोपी अल्बीन बेनी को गिरफ्तार किया. वह ऑटोमोबाइल मेकेनिक है. वेल्लारीकुंडु थाने के इंस्पेक्टर के प्रेमसदन ने कहा कि यह जघन्य हत्याकांड है.
इन्होंने ने ही इस मामले की पड़ताल की थी. उन्होंने बताया किया अरीनकल्लु गांव निवासी अल्बीन ने संपत्ति के लालच में अपनी बहन और माता-पिता को मारने की साजिश रची थी. अल्बीन चाहता था कि सभी मौत आत्महत्या लगे. उसने तीन हत्यायों के लिए रिहर्सल किया था मगर उसका प्लान पूरी नहीं हो पाया. 16 की उसकी बहन अन मेरी जो इस बार 10वीं पास की थी, की मौत हो गई.
ऐसे रची गई थी खतरनाक साजिश
पुलिस के मुताबिक, 30 जुलाई को आरोपी अल्बीन ने अपनी मां और बहन को आइसक्रीम बनाने के लिए बोला. उसकी बहन पास के ही एक बेकरी से आइसक्रीम बनाने का समान ले आई. उसकी मां और बहन ने मिलकर आइसक्रीम बनाया और उसे दो बर्तनों में भरा. शाम में एक बर्तन को फ्रिजर में रखा जबकि दूसरे बर्तन को फ्रीज में. पुलिस के मुताबिक, अल्बीन ने उसी रात आइसक्रीम की दोनों बर्तनों में चुहों को मारने वाला जहर मिला दिया.
31 जुलाई की शाम सभी लोग आइसक्रीम खाने के लिए बैठे. उस वक्त उसीकी बहन और पिता ने आइसक्रीम खाया मगर अल्बीन ने गले में दर्द का बहाना बनाकर खाने से इनकार कर दिया. उसकी मां ने आइसक्रीम का बस एक ही टुकड़ा खाया क्योंकि उसे टेस्ट पसंद नहीं आया. उसने बाकी बची सारी आइसक्रीम फेंक दी.
तड़प तड़प कर हुई मौत, मगर वह देखता रहा
एक अगस्त की सुबह अल्बीन की बहन मेरी की तबियत खराब हुई. वह उल्टी करने लगी. उशके पिता उसे पास के एक होमियोपैथी डॉक्टर के पास ले गए. हालत नहीं सुधरी तो वेल्लारीकुंडु के कोऑपरेटिव अस्पताल ले गए. यहां तीन दिनों तक उसकी हालत वैसी ही रहा. कई प्रकार के जांच के बाद डाॉक्टर ने 4 अगस्त को कहा कि मेरी को जौडिंस की शिकायत है. उसका लिवर सामान्य रूप से काम नहीं कर रहा. इसके बाद उसे एक चेरुपझा के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां पांच अगस्त को उसकी मौत हो गयी. मामले में चेरुपझा पुलिस ने शक के आधार पर अप्राकतिक मौत का मुकदमा दर्ज किया क्योंकि मेरी के पिता में भी डायरिया के लक्षण थे.
उन्हें कोझिकोड के मिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जांच के बाद बताया गया कि अल्बीन के पिता का लिवर 80 फीसदी तक खराब हो चुका है और जान बचाने के लिए लिवर ट्रांसप्लांट करना जरूरी है. 30-35 लाख खर्च की बात सुनकर अल्बीन के पिता को दूसरे अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया. इधर, मेरी के पोस्टमार्टम रिपोर्ट मे ये बात सामने आई कि उसके पेट में चुहों को मारने वाला जहर मिला है. इसंपेक्टर के मुताबिक, इतना कुछ होने के बाद अल्बीन के चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी और ना ही वो पिता की जान बचाने के लिए तत्पर दिख रहा था.
ऐसे पकड़ में आया आरोपी
पुलिस ने अल्बीन के घर को सील कर दिया. अल्बीन के मोबाइल की जांच की तो पता चला कि उसने गुगल सर्च में चुहों वाली जहर की जानकारी जुटाई थी. पड़ताल के बाद पुलिस उस दुकान पर भी पहुंची जहां से अल्बीन ने उसे खरीदा था. पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो अल्बीन ने सारी बात उगल दी. उसने बताया कि इसके पहले बी उसने चिकेन करी में जहर मिलाया था लेकिन तब कुछ नहीं हुआ था.
पुलिस के मुताबिक, अल्बीन आशिक मिजाज का लड़का है. उशकी कई महिला दोस्त है जिसके पीछे वो खूब पैसा उड़ाता है. परिवार के साथ उसके रिश्ते भी ठीक नहीं थे. अल्बीन ने सारी जमीन और रुपयों के चक्कर में पूरे परिवार को ही खत्म करने की साजिश रच डाली. उसके पिता अभी अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ रहे हैं.
Posted By: Utpal kant