Crime News: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले इलाके सिविल लाइंस की एक आलीशान कोठी में रविवार को घर में घुसकर नामी बिल्डर की हत्या किए जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है. बताया जा रहा है कि लूटपाट के बाद एक बिल्डर की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में हत्या और लूट का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि जिस जगह यह वारदात हुई वह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर से करीब एक किमी दूर है. साथ ही नॉर्थ दिल्ली के डीसीपी का ऑफिस भी कुछ दूरी पर है.
बता दें कि सिविल लाइंस दिल्ली के पॉश इलाकों की सूची में शामिल है और यहां की एक आलीशान कोठी में नामी बिल्डर का हत्या किए जाने मामला चर्चा का विषय बना हुआ है. सबसे बड़ी बात यह है कि जिस कोठी में वारदात को अंजाम दिया गया, वहां से नॉर्थ दिल्ली के डीसीपी का ऑफिस कुछ दूरी पर है. इसके साथ ही दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का आवास भी महज एक किलोमीटर के दायरे में है. जबकि, एलजी हाउस तकरीबन डेढ़ किलोमीटर दूर है.
बिल्डर की पहचान 77 वर्षीय राम किशोर अग्रवाल के रूप में हुई है. सामने आ रही जानकारी के मुताबिक, बदमाशों ने कोठी के अंदर घुसकर बिल्डर की चाकू से गोदकर और फिर गला काटकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया है. राम किशोर अग्रवाल प्रॉपर्टी से जुड़ा काम करते थे और उनके परिवार में बेटा, बहू, पोती के अलावा एक बेटी है. परिजनों की मानें तो वारदात के समय सभी सो रहे थे. जबकि, राम किशोर अग्रवाल नीचे वाले फ्लोर पर वह अकेले रहते थे और बेटा बहू पहली मंजिल पर थे.
इधर, उत्तरी दिल्ली के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि आज सुबह 6:52 एक शख्स ने फोन कर बताया कि किसी ने उसके पिता का गला रेत दिया है और उसे मदद की जरूरत है. मौके पर पुलिस पहुंची तो पाया कि 77 साल के राम किशोर अग्रवाल की मौत हो गई. मृतक के बेटे ने बताया कि सुबह 6:40 बजे उसने अपने पिता को बिस्तर पर पड़े हुए देखा और उन पर चाकू से चार बार वार किए गए थे. बेटे की मानें तो कुछ गत्ते के डब्बों में कैश भी था, जो गायब है. हालांकि यहां कितना पैसा था, इसका पता लगाया जा रहा है. वहीं, कोठी के बाहर तैनात गॉर्ड ने बताया कि उसने दो लोगों को भागते हुए देखा था. पुलिस ने हत्या और लूट का केस दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश में जुट गई है.