सीआरपीएफ की महिला पहलवान ने अधिकारियों पर लगाया ये गंभीर आरोप,जानें क्या है पूरा मामला
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) (CRPF) की एक 30 वर्षीय महिला कांस्टेबल ने अपने अधिकारियों पर बलात्कार, योन उत्पीड़न और धमकी देने का आरोप लगाया है. पीड़िता महिला कांस्टेबल ने अर्धसैनिक बल के लिए CRPF (Wrestler put serious allegation on Spots Officers) खेलते हुए कई पदक जीते हैं. उसने टीम के कोच निरीक्षक सुरजीत सिंह (Surjit Singh) और डीआईजी के मुख्य खेल अधिकारी (सीएसओ) खजान सिंह (Khajan Singh) पर यह गंभीर आरोप लगाये हैं.
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की एक 30 वर्षीय महिला कांस्टेबल ने अपने अधिकारियों पर बलात्कार, योन उत्पीड़न और धमकी देने का आरोप लगाया है. पीड़िता महिला कांस्टेबल ने अर्धसैनिक बल के लिए खेलते हुए कई पदक जीते हैं. उसने टीम के कोच निरीक्षक सुरजीत सिंह और डीआईजी के मुख्य खेल अधिकारी (सीएसओ) खजान सिंह पर यह गंभीर आरोप लगाये हैं.
शिकायत में कहा गया है, “सुरजीत सिंह और खजान सिंह दोनों सीआरपीएफ के भीतर एक ‘सेक्स स्कैंडल’ चलाते हैं और इसके कई साथी हैं. वे महिला कांस्टेबलों का यौन उत्पीड़न करते हैं और बाद में उन्हें अपने साथी के रूप में इस्तेमाल करते हैं.” इंडिया टुडे के मुताबिक 3 दिसंबर को इस मामले को लेकर बाबा हरिदास नगर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करायी गयी है. आरोपी खजान सिंह सीआरपीएफ में डीआईजी हैं, साथ ही 1986 में हुए एशियाई खेल में सिल्वर जीत चुके हैं. उन्हें अर्जुन अवार्ड भी मिला है.
सीआरपीएफ ने एक आधिकारिक बयान में कहा है कि मामले की जांच शुरू हो गई है. CRPF के प्रवक्ता एम धीनाकरन ने कहा “खाजान सिंह, पर एक महिला कांस्टेबल द्वारा गंभीर आरोप लगाये गये हैं और एफआईआर दर्ज की गयी है. CRPF ने शिकायत पर गंभीरता से ध्यान दिया है और पहले ही एक आंतरिक शिकायत समिति का गठन किया है, जिसकी अगुवाई के लिए एक इंस्पेक्टर जनरल स्तर के अधिकारी ने कर रहे हैं. जहां तक एफआईआर की बात है तो विभाग सभी तरह से जांच एजेंसी की सहायता करेगा. ”
Also Read: दुमका में हैवानियत की हदें पार, पति को बंधक बना कर महिला से 17 लोगों ने किया सामूहिक दुष्कर्म
इस जांच का नेतृत्व 1996 बैच के आईपीएस अधिकारी चारू सिन्हा कर रहे हैं. प्रारंभिक जांच इस साल के अंत तक समाप्त होने की उम्मीद है. इसके बाद रिपोर्ट मुख्यालय को सौंपी जाएगी.”
प्राथमिकी के अनुसार, यह स्पष्ट है कि पीड़िता कई वर्षों तक यौन उत्पीड़न का शिकार रही. पीड़ता ने यह भी कहा कि आरोपियों द्वारा उसे शिकायत वापस लेने के लिए भी मजबूर किया गया. इस मामले को लेकर पीड़िता ने 2018 में, राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW), तत्कालीन CRPF महानिदेशक राजीव भटनागर और गृह सचिव राजीव गौबा को भी लिखित शिकायत की थी. इसके साथ ही पीड़िता ने आरोप लगाया कि दोनों आरोपियों की पहुंच ऊपर तक थी. वे सीआरपीएफ और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में थे.
अपनी शिकायत में पीड़िता ने कहा कि “2012 में वे केंद्रीय कुश्ती टीम में शामिल हो गई. इसके बाद टीम के कोच सुरजीत सिंह ने मुझे और टीम की कई लड़कियों का यौन उत्पीड़न करना शुरू कर दिया. उसने पुरुष कोच होने का पूरा लाभ उठाया. सुरजीत सिंह ने गंदे मैसेज भी भेजे. उसने मुझे परेशान करने के इरादे से निर्धारित समय से पहले ड्यूटी के लिए रिपोर्ट करने के लिए कहा.”
उसने आरोप लगाया कि सुरजीत सिंह डीआईजी (खेल) खजान सिंह के निर्देशों पर काम करता है और युवा लड़कियों को खेल टीम में शामिल करता है और अन्य लोग खजान सिंह को सेक्सुअल फेवर देते हैं. कांस्टेबल ने आरोप लगाया कि अक्टूबर और नवंबर 2014 में, उसे वसंत कुंज के एक फ्लैट में ले जाया गया, जहां उसके साथ खजान सिंह और सुरजीत सिंह ने लगातार तीन दिनों तक बलात्कार किया.
Posted By: Pawan Singh