Coronavirus: तीन हफ्ते के लॉकडाउन पर बोले उमर अब्दुल्ला- जम्मू-कश्मीर के नेताओं को अब हिरासत में रखे रहना क्रूरता
Coronavirus: नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला के ऊपर से मंगलवार को पीएसए हटा लिया गया था और उन्हें रिहा कर दिया गया था. रिहाई के बाद उन्होंने उम्मीद जतायी कि सरकार पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती समेत जम्मू-कश्मीर के नेताओं को हिरासत से रिहा करेगी.
श्रीनगर : नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला के ऊपर से मंगलवार को पीएसए हटा लिया गया था और उन्हें रिहा कर दिया गया था. रिहाई के बाद उन्होंने उम्मीद जतायी कि सरकार पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती समेत जम्मू-कश्मीर के नेताओं को हिरासत से रिहा करेगी.
उमर ने कहा कि देश में तीन हफ्ते का लॉकडाउन हो गया है और ऐसे में इन नेताओं को हिरासत में रखे रहना क्रूरता होगी. आपको बता दें कि पिछले साल पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाला अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद महबूबा मुफ्ती, नईम अख्तर, अली मोहम्मद सागर, पीर मंसूर और शाह फैजल समेत कुछ नेताओं को एहतियाती हिरासत में लिया गया था और अब वे जन सुरक्षा कानून के तहत हिरासत में हैं.
उमर ने ट्वीट किया- वर्तमान हालात में महबूबा मुफ्ती तथा अन्य को लगातार हिरासत में रखना संवेदनहीनता और क्रूरता है. पहली बात तो इन सभी को हिरासत में रखने का कोई औचित्य ही नहीं है, खासतौर पर ऐसे वक्त तो बिलकुल भी नहीं जब देश में तीन सप्ताह का बंद है. मुझे प्रधानमंत्री कार्यालय, गृह मंत्रालय से उम्मीद है कि उन्हें रिहा किया जाएगा.
उमर को करीब आठ महीने की हिरासत के बाद मंगलवार को रिहा किया गया था. पांच अगस्त से हिरासत में रहे उमर पर फरवरी में जन सुरक्षा कानून के तहत आरोप लगाये गये थे.