पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस बेचैन हो गई है. चुनावों में करारी शिकस्त का सामना करने के बाद कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक आज होनी है. इस बैठक में हार के कारणों की समीक्षा और आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी. इससे पहले कांग्रेस संसदीय रणनीति (CPP) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के संसदीय रणनीति समूह की बैठक 10 जनपथ पर बुलाया.
कांग्रेस संसदीय रणनीति समूह की बैठक के लिए कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, आनंद शर्मा, के. सुरेश और जयराम रमेश दिल्ली के 10 जनपथ पहुंचे. के. सुरेश ने कहा कि बैठक सोमवार से शुरू होने वाले संसद के बजट सत्र के दूसरे भाग के लिए रणनीति तैयार करने के लिए होनी है.
इधर कांग्रेस पार्टी ने उन खबरों का खंडन किया है जिसमें कहा गया था कि गांधी परिवार के सदस्य सभी संगठनात्मक पदों से इस्तीफा दे देंगे. सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी रविवार को शाम चार बजे पार्टी मुख्यालय में कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई सीडब्ल्यूसी बैठक की अध्यक्षता करेंगी. सीडब्ल्यूसी की बैठक ऐसे समय होने जा रही है जब कांग्रेस ने पंजाब में सत्ता गंवा दी और उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भी उसे करारी हार का सामना करना पड़ा है.
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आपको बता दें कि सोनिया गांधी पिछले कुछ समय से सक्रिय रूप से प्रचार नहीं कर रही हैं, प्रियंका गांधी वाड्रा के अलावा राहुल गांधी कांग्रेस के स्टार प्रचारक रहे हैं. साथ ही भाई-बहन की जोड़ी पार्टी के महत्वपूर्ण फैसलों में भी प्रमुख भूमिका निभाती है. उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी के नेतृत्व में एक उच्च-स्तरीय प्रचार अभियान के बावजूद, राज्य में कांग्रेस 403 विधानसभा सीटों में से केवल दो पर जीत हासिल कर सकी. कांग्रेस की वोट हिस्सेदारी भी कम होकर 2.33 प्रतिशत हो गई और उसके अधिकतर उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई.
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यदि आपको याद हो तो पार्टी की 2019 के आम चुनावों में लगातार दूसरी हार के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. सोनिया गांधी ने अंतरिम अध्यक्ष के रूप में फिर से पार्टी की बागडोर संभाली थी. उन्होंने ने भी अगस्त 2020 में पार्टी नेताओं के एक वर्ग ‘जी-23′ द्वारा खुले विद्रोह के बाद पद छोड़ने की पेशकश की थी लेकिन सीडब्ल्यूसी ने उनसे पद पर बने रहने का आग्रह किया था.
पांच विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी के ‘जी 23′ समूह के कई नेताओं ने शुक्रवार को भी बैठक की जिसमें आगे की रणनीति को लेकर चर्चा की गयी. राज्यसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के आवास पर हुई इस बैठक में कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा और मनीष तिवारी शामिल हुए.
भाषा इनपुट के साथ