नयी दिल्ली : दिल्ली पुलिस साइबर सेल ने ट्विटर के खिलाफ अपने प्लेटफॉर्म पर चाइल्ड पोर्नोग्राफिक सामग्री के लिए मामला दर्ज किया है. दिल्ली पुलिस ने यह कार्रवाई राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) की शिकायत पर दर्ज किया है.
Delhi Police Cyber Cell has registered case under POCSO Act & IT Act against Twitter on the basis of a complaint from NCPCR citing availability of links/material pertaining to child exploitation. Complaint is against Twitter Inc & Twitter Communication India Pvt Ltd: Delhi Police
— ANI (@ANI) June 29, 2021
दिल्ली पुलिस ने कहा है कि दिल्ली पुलिस साइबर सेल ने एनसीपीसीआर की एक शिकायत के आधार पर ट्विटर के खिलाफ पोक्सो एक्ट और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. इसमें बाल शोषण से संबंधित लिंक / सामग्री की उपलब्धता का हवाला दिया गया है. शिकायत ट्विटर इंक और ट्विटर कम्युनिकेशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ दर्ज किया गया है.
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने आरोप लगाया है कि ट्विटर पर बच्चों की अश्लील सामग्री पोस्ट की जा रही है. एनसीपीसीआर ने साइबर सेल के डीसीपी को 25 जून को पेश होने के आदेश दिये थे. साथ ही एनसीपीसीआर ने साइबर सेल और दिल्ली पुलिस के कमिश्नर को पत्र भी लिखा है.
एनसीपीसीआर ने दिल्ली पुलिस को शिकायत में फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर के ट्वीट का जिक्र किया गया है. इस ट्वीट में जुबैर (@zoo_bear)ने नाबालिग लड़की को कथित रूप से परेशान करते हुए अभद्र टिप्पणी की. साथ ही उसके फॉलोअरों ने भी अश्लील और अपमानजनक टिप्पणी की.
मामले में मोहम्मद जुबैर के खिलाफ दिल्ली पुलिस की साइबर सेल द्वारा प्राथमिकी दर्ज किये जाने के बावजूद अब भी ट्विटर हैंडल सक्रिय है. ऐसा लगता है कि ट्विटर की ओर से आरोपित व्यक्ति के खिलाफ कोई कार्रवाई शुरू नहीं गयी.
जांच के दौरान ट्विटर कम्युनिकेशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (टीसीआईपीएल) ने आयोग को सूचित किया कि www.twitter.com (भारत में उपयोगकर्ताओं के लिए) के संबंध में सेवाएं संयुक्त राज्य अमेरिका की निगमित कंपनी ट्विटर इंक द्वारा दी जाती है. यह ट्विटर इंडिया से अलग और एकदम अलग कंपनी है.
साथ ही कहा है कि www.twitter.com पर सेवाओं के लिए किसी भी उपयोगकर्ता से संबंधित किसी भी जानकारी या डेटा को नियंत्रित नहीं करता है. ट्विटर इंडिया www.twitter.com पर प्लेटफॉर्म के संचालन और नियंत्रण में कोई भूमिका नहीं निभाता है. इसलिए आयोग के समक्ष कोई भी विवरण प्रस्तुत करने की स्थिति में नहीं है.