Cyclone Amphan: 21 साल बाद भारत से टकराएगा महातूफान, 1999 में गई थी 9000 की जान

Cyclone Amphan Update: कोरोना वायरस महामारी से जंग के बीच चक्रवाती तूफान अम्फान भी देश में तबाही मचाने को तैयार है. मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवाती तूफान अम्फान आने वाले कुछ घंटों में विकराल रूप लेने वाला है. इस खतरे को देखते हुए राज्य सरकारों के साथ-साथ केंद्र सरकार भी एक्टिव हो गई है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 19, 2020 2:43 PM

Cyclone Amphan Update: कोरोना वायरस महामारी से जंग के बीच चक्रवाती तूफान अम्फान भी देश में तबाही मचाने को तैयार है. मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवाती तूफान अम्फान आने वाले कुछ घंटों में विकराल रूप लेने वाला है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सुपर साइक्लोन से निपटने के मद्देनजर ओडिशा और पश्चिम बंगाल में तैयारियों का जायजा लेने को लेकर कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने आज राष्ट्रीय संकट निगरानी समिति (NCMC) की बैठक की. इसमें उन्होंने राष्ट्रीय आपदा राहत बल (NDRF)और रक्षा बलों की तत्परता के अलावा, बिजली और दूरसंचार विभागों को किसी भी आपातकाल स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है.

राज्य सरकारों को हर मदद पहुंचाने का वादा किया. इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्रियों से बात की. उन्होंने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आश्वासन दिया है कि केंद्र राज्य की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है. पीएम मोदी ने भी सोमवार को आपात बैठक की थी. बैठक के तुरंत बाद प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर कहा कि वह हर किसी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना कर रहे हैं और केंद्र सरकार की तरफ से हरसंभव सहयोग का आश्वासन देते हैं

Also Read: LIVE Cyclone Amphan, Weather Updates : 21 साल बाद महातूफान का सामना करेगा भारत, पीएम मोदी ने तीनों सेनाओं के साथ मिलकर बनाया एक्शन प्लान
20 मई की दोपहर या शाम तक आएगा चक्रवाती तूफान

मौसम विभाग के मुताबिक, शक्तिशाली तूफान अम्फान के बंगाल के उत्तर-पश्चिमी खाड़ी के पार उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादश के हटिया द्वीप तटों को पार करने की संभावना है. बताया जा रहा है कि 20 मई की दोपहर या शाम तक यह चक्रवाती तूफान 165-175 किलोमीटर की रफ्तार से बढ़कर 275 किलोमीटर की रफ्तार में सबसे विकराल रूप में आ सकता है.

यह तूफान कितना खतरनाक है, इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि इससे निपटने के लिए सेना और जल सेना और वायुसेना को अलर्ट रहने को कहा गया है. इस तूफान के कारण बंगाल ओडिशा में भारी नुकसान की आशंका है.

1999 के सुपर साइक्लोन ने 9,000 से अधिक लोगों की जान

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने सोमवार को कहा था कि बंगाल की खाड़ी में बने ताकतवर चक्रवाती तूफान अम्फान से पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय जिलों में व्यापक नुकसान हो सकता है. उन्होंने अम्फान ओडिशा में 1999 में तूफान के बाद दूसरा सुपर साइक्लोन (चक्रवाती तूफान) है. 1999 के सुपर साइक्लोन ने 9,000 से अधिक लोगों की जान ले ली थी.

अम्फान तूफान का नाम थाईलैंड ने दिया है. इस तरह का सुपर साइक्लोन अपने पीछे बर्बादी छोड़ जाता है. यह तूफान साल 2014 में आए हुदहुद तूफान से काफी भयावह और विध्वंसक हो सकता है. 2014 में हुदहुद ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा जैसे तटीय राज्यों के अलावा उत्तर प्रदेश समेत कई मैदानी राज्यों में भी भयंकर तबाही मचाई थी. 2019 में आए फोनी चक्रवाती तूफान के कारण ओडिशा में करोड़ों का नुकसान हुआ था.

Next Article

Exit mobile version