Cyclone Biparjoy: अरब सागर में उठा चक्रवात बिपरजाॅय विकराल रूप लेता जा रहा है. मौसम विभाग का कहना है कि भयंकर रूप लेता हुआ यह तूफान अब पश्चिम-उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है. तूफान की भयावहता को देखते हुए भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ तटों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने कहा है कि तूफान बिपरजॉय का असर गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान समेत कई और राज्यों में दिखाई देगा. पडौसी देश पाकिस्तान में भी तूफान का खासा असर दिखाई देने की बात मौसम विभाग ने कही है.
पीएम मोदी ने इमरजेंसी मीटिंग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी सोमवार को चक्रवात बिपरजॉय के संभावित खतरे को लेकर इमरजेंसी मीटिंग की. उन्होंने अधिकारियों के साथ तूफान की समीक्षा की साथ ही उन्होंने चक्रवात की स्थिति और सरकार की ओर से किए जा रहे उपायों के बारे में जानकारी ली.
PM @narendramodi holds a meeting to review the situation related to #CycloneBiparjoy pic.twitter.com/IxNjYKISe2
— PIB India (@PIB_India) June 12, 2023
लोगों को पहुंचाया जा रहा सुरक्षित स्थान
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होकर सौराष्ट्र-कच्छ तटीय इलाकों में पहुंचने की आशंका को देखते हुए गुजरात के दक्षिण तथा उत्तरी तटों पर मछली पकड़ने पर रोक लगा दी गई है.वहीं, समुद्र तटीय जिलों में रहने वाले लोगों को वहां से हटाकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है. एक आंकड़े के मुताबिक अब तक करीब 1300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है. वहीं, तूफान को लेकर मौसम विभाग (IMD) ने कहा है कि अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान बनकर बिपरजॉय उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ रहा है. यह सौराष्ट्र, कच्छ और मांडवी के साथ-साथ पाकिस्तान के कराची के तटों को 15 जून को दोपहर तक पार कर सकता है.
150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी हवा
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि भयंकर तूफान में तब्दील होकर बीपरजॉय 15 जून तक विभिन्न तटों पर दस्तक देगा. इस दौरान 125 से 130 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है. मौसम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि तूफान के प्रभाव से तेज हवाएं चलेंगी और कई इलाकों में भारी बारिश होगी. वहीं, तूफान को देखते हुए राज्य सरकारों ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं. अधिकारियों का कहना है कि कच्छ जिले के तटीय इलाकों में धारा 144 लागू की गई है और स्थानीय प्रशासन सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्रों में समुद्र के करीब रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं.
15 जून से हो सकती है झमाझम बारिश
आईएमडी ने तूफान से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में मछली पकड़ने जैसी गतिविधियों को पूरी तरह से रोकने की सलाह दी है. विभाग ने मछुआरों को 15 जून तक मध्य अरब सागर तथा सोमवार को उत्तर अरब सागर में नहीं जाने का निर्देश दिया है. आईएमडी की ओर से गुजरात के कच्छ, देवभूमि, द्वारका और जामनगर के कुछ इलाकों में 15 जून को भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है.
भाषा इनपुट से साभार