Cyclone Biporjoy: गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ में चक्रवात बिपरजॉय ने बरपाया कहर, तेज आंधी व बारिश से तीन घायल
चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के गुजरात में कच्छ के तट से टकराने के बाद तेज हवाएं चलने के कारण द्वारका जिले में कई पेड़ उखड़े गए. इनकी चपेट में आकर तीन लोग घायल हुए हैं. कच्छ जिले के जखौ और मांडवी कस्बों के पास कई पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए, जबकि घर के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली टिन की चादरें उड़ गईं.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार शाम को बताया कि गुजरात तट पर चक्रवात बिपरजॉय ने दस्तक दे दी है और इसके टकराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इसने एक बयान में कहा कि बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय उत्तरी अरब सागर में केंद्रित है और यह 115-125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सौराष्ट्र तट के करीब आ रहा है, जिसकी रफ्तार 140 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है. आईएमडी ने कहा, चक्रवात के टकराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इसने कहा कि यह प्रक्रिया तीन से चार घंटे में पूरी होगी.
चक्रवात बिपारजॉय की दस्तक के बाद गुजरात तट के पास पेड़, बिजली के खंभे उखड़े, तीन लोग घायल
चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के गुजरात में कच्छ के तट से टकराने के बाद तेज हवाएं चलने के कारण देवभूमि द्वारका जिले में कई पेड़ उखड़े गए. इनकी चपेट में आकर तीन लोग घायल हुए हैं. कच्छ जिले के जखौ और मांडवी कस्बों के पास कई पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए, जबकि घर के निर्माण में इस्तेमाल होने वाली टिन की चादरें उड़ गईं.
चक्रवात से मौत की अब तक कोई खबर नहीं
गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा कि शाम सात बजे तक चक्रवात संबंधी घटनाओं के कारण मौत की कोई खबर नहीं है. उन्होंने कहा, देवभूमि द्वारका जिले में पेड़ गिरने से तीन लोगों को चोटें आई हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है. गुजरात पुलिस, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और सेना के दल द्वारका के अलग-अलग हिस्सों में उखड़े पेड़ों और बिजली के खंभों को हटाने का काम कर रहे हैं.
गुजरात तट पर शाम 4.30 बजे बिपरजॉय ने दी दस्तक
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि गुजरात तट पर चक्रवात ‘बिपारजॉय’ ने शाम 4.30 बजे दस्तक दी और इसके टकराने की प्रक्रिया मध्यरात्रि तक पूरी होगी. आईएमडी ने कहा कि तटीय गुजरात के साथ द्वारका, ओखा, नलिया, भुज, पोरबंदर और कांडला में गुरुवार सुबह से भारी बारिश हो रही है. तटीय इलाकों में 50 किलोमीटर प्रतिघंटा तक की तेज हवाएं भी चल रही हैं. वहीं, राज्य प्रशासन ने आठ तटीय जिलों से 94,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है.