‘वो आया और सब कुछ लेकर चला गया.’ ये भले ही फिल्म का डायलॉग हो लेकिन, चेन्नई, तांबरम समेत कई जिलों के लोग यह कह रहे है, कारण चक्रवात मिचौंग. दक्षिण भारत से गुजरने के बाद इस चक्रवाती तूफान का असर अब ओडिशा समेत अन्य राज्यों में नजर आ रहा है. लेकिन, इसकी वजह से जिस तरह की बारिश चेन्नई में हुई वह शायद ही पहले हुई हो. यह कहना है वहां के आम नागरिकों का.
चक्रवाती तूफान मिचौंग के प्रभाव से चेन्नई और इसके आसपास के जिलों में भारी बारिश हुई. लगातार भारी बारिश के कारण शहर के निचले और रिहायशी इलाकों में पानी भर गया. नगर निगम के कर्मचारी शहर में जगह-जगह भरे पानी को निकालने की कोशिश में जुटे हैं.
तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश की वजह से शहर के कई इलाकों की बिजली गुल हो गई तथा इंटरनेट सेवा बाधित हुई. लगातार हुई बारिश के कारण चेन्नई हवाई अड्डे का संचालन भी प्रभावित रहा था और हवाई अड्डे पर आने और जाने वाली लगभग 70 उड़ानें रद्द कर दी गईं.
Also Read: Cyclone Michaung: झारखंड समेत कई राज्यों में कब रुकेगी बारिश? मौसम विभाग का अलर्टचेन्नई और उसके आसपास के जिलों में चक्रवात ‘मिगजॉम’ द्वारा भारी तबाही मचाने के दो दिन बाद बुधवार को भी स्थानीय लोगों को जलभराव और बिजली की समस्या से जूझना पड़ा. स्थानीय एजेंसियों के कर्मचारियों ने राहत और पुनर्वास के प्रयास तेज कर दिये हैं.
चक्रवात के असर से हुई भारी बारिश के कारण वेलच्चेरी और तांबरम सहित कई इलाकों में बाढ़ आ गई थी. बुधवार को भी लोगों को जलभराव वाले इलाकों में अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाते देखा गया. अपने बच्चों को लेकर लोगों को सड़कों पर घुटनों तक भरे पानी के बीच से गुजरना पड़ा.
लोग सुरक्षति स्थानों पर जाने के लिए और अधिक नौकाएं भेजने सहित अन्य मदद के लिए गुहार लगा रहे हैं. मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बारिश प्रभावित कई इलाकों का दौरा किया और शहर के एक राहत केंद्र में आश्रय ले रहे लोगों को भोजन और आवश्यक सामग्री वितरित कीं. उन्होंने शहर के स्थानीय निकाय द्वारा जल निकासी के लिए किये जा रहे प्रयासों का भी जायजा लिया.
उन्होंने केंद्र को पत्र लिखकर हालात से निपटने के लिए 5,060 करोड़ रुपये की अंतरिम राहत राशि जारी करने मांग की है. सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर कई लोगों ने रिहायशी इलाकों में जलभराव के वीडियो साझा किये और दावा किया कि कई लोग अपने घरों में फंसे हुये हैं. सोशल मीडिया मंच पर हैशटैग वेलच्चेरी से संबंधित कई पोस्ट किये गये.
एक सोशल मीडिया उपयोगकर्ता ने पोस्ट कर इस बात पर अफसोस जताया कि उनके रिश्तेदार पिछले तीन दिन से बिना बिजली, पानी और दूध के अपने घर में बंद हैं. वेलच्चरी और तांबरम सहित कई अन्य प्रभावित इलाकों में लोग दूध की आपूर्ति में देरी की शिकायत कर रहे हैं और स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि दूध को अधिक कीमत पर बेचा जा रहा है. किलपौक और कट्टुपक्कम सहित शहर के कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई है.
राज्य सरकार ने कहा कि राहत कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है और आधी रात के दौरान भी कई प्रभावित इलाकों में लोगों को नौकाओं के जरिए निकाला गया. स्थानीय एजेंसी ने बताया कि ग्रेटर चेन्नई नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी बचाव और राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं. ग्रेटर चेन्नई पुलिस ने बचाव और राहत कार्यों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किये हैं.
शहर की पुलिस ने बुधवार को बताया था कि बारिश से संबंधित घटनाओं में छह लोगों की मौत की सूचना मिली है जबकि शहर के विभिन्न इलाकों में पुलिस ने कई लोगों को सुरक्षित निकाला है. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि जिन लोगों को बचाया गया उनमें वरिष्ठ नागरिक, गर्भवती महिलाएं और एक महिला तथा उसका नवजात शिशु भी शामिल हैं.