Cyclone Mocha Tracker : दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर सोमवार को कम दबाव का क्षेत्र बना, जिसके चक्रवात में बदलने की आशंका है. चक्रवात के इस हफ्ते के अंत में बांग्लादेश-म्यांमार की ओर बढ़ने के आसार हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने मछुआरों और नौकाओं को बंगाल की खाड़ी में नहीं जाने का सुझाव दिया है. इस चक्रवात का नाम मोचा (मोखा) होगा. यह नाम यमन ने दिया है.
महापात्रा ने बताया कि यह चक्रवात 11 मई तक उत्तर-उत्तर पश्चिम से पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर तथा उसके बाद फिर उत्तर-उत्तर पूर्व दिशा में बांग्लादेश-म्यांमार की ओर बढ़ सकता है. मौसम के प्रभाव के कारण अंडमान और निकोबार द्वीपसमूहों में मंगलवार को भारी बारिश के आसार हैं. उन्होंने 8 से 12 मई तक अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के पास पर्यटन, तटीय गतिविधियों पर नजर रखने का सुझाव दिया है.
-पश्चिम बंगाल में अगले 24 घंटे में चक्रवात मोचा के आगे बढ़ने का मार्ग स्पष्ट हो जायेगा
-अंडमान निकोबार द्वीपसमूहों में आज भारी बारिश के आसार
-8 से 11 मई तक समुद्र में नहीं जाएं मछुआरे और नौका चालक
-ओडिशा और पश्चिम बंगाल के सभी जिलों में अलर्ट जारी
-बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा भी चक्रवात से होंगे प्रभावित
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-पहाड़ों पर बेमौसम बर्फबारी व बारिश से जनजीवन प्रभावित
-केदारनाथ में बर्फबारी के कारण हेलीकॉप्टर सेवाएं प्रभावित
-बर्फबारी के बीच बाबा केदार का दर्शन करने के लिए कतार में लगे श्रद्धालु
मौसम विभाग के अनुसार मोचा तूफान के चलते बंगाल की खाड़ी के आसपास के इलाकों में 9 मई से 12 मई के दौरान अधिकांश स्थानों पर मध्यम वर्षा देखने को मिलेगी. इसका असर यूपी में भी देखने को मिल सकता है.
चक्रवात मोचा (मोखा) के नाम की बात करें तो ये यमन द्वारा सुझाया गया एक नाम है जो लाल सागर बंदरगाह शहर के नाम पर रखा गया था, जिसे 500 साल पहले दुनिया में कॉफी पेश करने के लिए जाना जाता है.
जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में सोमवार को बेमौसम बर्फबारी और बारिश के कारण आम जनजीवन प्रभावित हो गया. जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग, पहलगाम, सोनमर्ग और काजीगुंद इलाकों में सोमवार को बर्फबारी हुई. वहीं रामबन, डोडा और किश्तवाड़ जिलों में भारी बारिश के कारण आठवीं तक के सभी स्कूल बंद कर दिये गये. घाटी में कई पर्यटक और खानाबदोश लोग रास्तों में फंस गये.